हमें अपने दिल में बसाए रखना; हमारी यादों के चिराग जलाए रखना; बहुत लंबा है सफ़र ज़िंदगी का मेरे दोस्त; एक हिस्सा हमें भी बनाए रखना। |
हर पल ने कहा एक पल से; पल भर के लिए तुम मेरे साथ रहो; पल भर का साथ कुछ ऐसा हो; कि हर पल तुम ही तुम याद रहो। |
ऐ रब अपने पास मेरी दुआ अमानत रखना; रहती दुनियां तक उसको सलामत रखना; मेरी आँखों के सारे दीप बुझा देना; पर उसकी आँखों के सारे ख्वाब सलामत रखना। |
नन्हें से दिल में अरमां कोई रखना; दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना; अच्छे नहीं लगते जब रहते हो उदास; इन होंठों पर सदा मुस्कान वही रखना। |
बेताब तमन्नाओं की कसक रहने दो; मंज़िल को पाने की ललक रहने दो; आप भले रहो नज़रों से दूर; पर मेरी बंद आँखों में आपकी एक झलक रहने दो। |
गिला रहे हमसे, शिकवा रहे हमसे; आरज़ू या बस यूँ ही एक सिलसिला रहे हमसे; फासले हों दरमियान, या खता हो कोई; दुआ है बस यही कि नज़दीकियां रहें हमसे। |
चाँद तारों का नूर आप पर बरसे, हर कोई आप की चाहत को तरसे; आप की ज़िंदगी में आएं इतनी खुशियाँ, कि आप एक ग़म पाने को तरसें! |
उनकी आँखों में काश कोई इशारा तो होता; कुछ मेरे जीने का सहारा तो होता; तोड़ देते हम हर रस्म जमाने की; एक बार ही सही उसने पुकारा तो होता। |
गम की आहट ना आए तेरे दर पर; प्यार के समंदर का तुम भी एक किनारा हो; भूल से भी जो टपके तेरी आँखों से मोती; थामे वही, जो तुम्हें सबसे प्यारा हो! |
कुछ लम्हें और उसका साथ चाहता था; आँखों में थमी वो बरसात चाहता था; जानता हूँ बहुत चाहती थी वो, मगर; उसकी जुबां से एक बार इज़हार चाहता था! |