दिल में बसे हो ज़रा ख्याल करना; अगर वक़्त मिल जाए तो याद करना; मुझे तो आदत है तुम्हे याद करने की; तुम्हें अजीब लगे तो माफ़ करना। |
भूल से कभी हमें भी याद किया करो; प्यार नहीं तो शिकायत ही किया करो; इतनी भी क्या नाराजगी कि बात ही ना करो; मिलना नहीं तो दिल से ही याद किया करो। |
आज कुछ कमी सी है तेरे बगैर; ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर; इतना मत रूठो अब तो माफ़ कर दो मुझे; क्योंकि धड़कन थम सी गई है तेरे बगैर! |
दुआ मांगी थी आशियाने की; चल पड़ी आँधियाँ ज़माने की; मेरा दर्द कोई नहीं समझ पाया; क्योंकि मेरी आदत थी माफ़ करके मुस्कुराने की। |
ख़्वाब ना टूटे, दिल ना टूटे; आप ना हम से रूठें; बात ना टूटे, साथ ना छूटे; हमारे बीच का ये फ़ासला तो टूटे! |
चुप रहते हैं क्योंकि कोई खफा ना हो जाए; हमसे कोई रुस्वा ना हो जाए; बड़ी मुश्किल से पाया है तुम को; माफ़ कर देना अगर हमसे कभी कोई खता हो जाए! |
इस कदर हमारी चाहत का इम्तिहान मत लीजिए; क्यों हो खफ़ा यह बयां तो कीजिए; कर दीजिए माफ़ अगर हो गई है कोई ख़ता; यूँ बात ना कर के सज़ा तो ना दीजिए! |
हमसे कोई भूल हो जाए तो माफ़ करना; याद ना कर पाएं तो माफ़ करना; दिल से तो हम आपको भूलेंगे नहीं; यह धड़कन ही रुक जाए तो माफ़ करना। |
माफ़ करना अगर हमने अनजाने में आपको कभी रुला दिया; आप ने तो दुनियां के कहने पर हमें भुला दिया; हम तो वेसे भी अकेले थे; क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया! |
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से, हो सके तो लौट आ किसी बहाने से; तू लाख खफा सही, एक बार तो देख, कोई टूट गया है तेरे रूठ जाने से। |