गुदगुदी Hindi SMS

  • खर्राटा एक ऐसा संगीत है जिसे बजाने वाला खुद नहीं सुन पाता!</br>
पर दूसरों की बैंड बजा देता है!Upload to Facebook
    खर्राटा एक ऐसा संगीत है जिसे बजाने वाला खुद नहीं सुन पाता!
    पर दूसरों की बैंड बजा देता है!
  • कभी-कभी कुछ लोगों का साथ छोड़ना पड़ता है,</br>
घमंड के लिए नहीं बल्कि अपनी सेल्फ-रेस्पेक्ट के लिए!Upload to Facebook
    कभी-कभी कुछ लोगों का साथ छोड़ना पड़ता है,
    घमंड के लिए नहीं बल्कि अपनी सेल्फ-रेस्पेक्ट के लिए!
  • वह मेरा खत पढ़ कर रोने लगी और नज़दीक आकर बोली,</br>
`लिखाई सुधार ले कमीने, कुछ समझ नहीं आया!`Upload to Facebook
    वह मेरा खत पढ़ कर रोने लगी और नज़दीक आकर बोली,
    "लिखाई सुधार ले कमीने, कुछ समझ नहीं आया!"
  • आज का ज्ञान:</br>
हँसी, मुस्कान, तसल्ली, चैन, सुकून, अपनापन और राहत ये चीज़ें पैसे से नहीं मिलती!</br>
इसके लिए पीनी पड़ती है!Upload to Facebook
    आज का ज्ञान:
    हँसी, मुस्कान, तसल्ली, चैन, सुकून, अपनापन और राहत ये चीज़ें पैसे से नहीं मिलती!
    इसके लिए पीनी पड़ती है!
  • महाराष्ट्र में जिस प्रकार से कोरोना बढ़ रहा है!</br>
अब तो इस राज्य को सिर्फ 'विधानसभा चुनाव' ही बचा सकते हैं!!</br>
चुनाव आयोग कृपया संज्ञान ले!Upload to Facebook
    महाराष्ट्र में जिस प्रकार से कोरोना बढ़ रहा है!
    अब तो इस राज्य को सिर्फ 'विधानसभा चुनाव' ही बचा सकते हैं!!
    चुनाव आयोग कृपया संज्ञान ले!
  • सिर्फ वायरस ही नहीं खुद को भी फैलने से रोकना है!
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    सिर्फ वायरस ही नहीं खुद को भी फैलने से रोकना है!
  • माँ: बेटा घर आजा तेरी पसंद की सब्ज़ी बनाई है!</br>
पापा: बेटा घर आजा तेरे लिए बाइक लेना है!</br>
बहन: भईया घर मत आना, तुम्हारी पॉकेट से सिगरेट मिली है!</br>
एक हज़ारों में मेरी बहना है!Upload to Facebook
    माँ: बेटा घर आजा तेरी पसंद की सब्ज़ी बनाई है!
    पापा: बेटा घर आजा तेरे लिए बाइक लेना है!
    बहन: भईया घर मत आना, तुम्हारी पॉकेट से सिगरेट मिली है!
    एक हज़ारों में मेरी बहना है!
  • आज का ज्ञान:</br>
जब बंदे को UPSC का भूत चढ़ता है तो सबसे पहले दोस्तों और WhatsApp से रिश्ता तोड़ता है!Upload to Facebook
    आज का ज्ञान:
    जब बंदे को UPSC का भूत चढ़ता है तो सबसे पहले दोस्तों और WhatsApp से रिश्ता तोड़ता है!
  • बचपन में पैसा नहीं था लेकिन सुकून बहुत था!</br>
खैर पैसा तो अब भी नहीं है लेकिन सुकून भी चला गया!Upload to Facebook
    बचपन में पैसा नहीं था लेकिन सुकून बहुत था!
    खैर पैसा तो अब भी नहीं है लेकिन सुकून भी चला गया!
  • प्रकृति के साथ तो खिलवाड़ उसी दिन हो गया था,</br>
जब ये गाना बना था, `तूने काजल लगाया, दिन में रात हो गयी!`Upload to Facebook
    प्रकृति के साथ तो खिलवाड़ उसी दिन हो गया था,
    जब ये गाना बना था, "तूने काजल लगाया, दिन में रात हो गयी!"
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