दोस्ती Hindi SMS

  • वो एक दोस्त जो खुदा सा लगता है;<br/>
बहुत पास है दिल के, फिर भी जुदा सा लगता है;<br/>
बहुत दिनों से आया नहीं पैगाम उसका;<br/>
शायद किसी बात पर खफ़ा सा लगता है।Upload to Facebook
    वो एक दोस्त जो खुदा सा लगता है;
    बहुत पास है दिल के, फिर भी जुदा सा लगता है;
    बहुत दिनों से आया नहीं पैगाम उसका;
    शायद किसी बात पर खफ़ा सा लगता है।
  • दोस्ती कोई खोज नहीं होती;
    यह हर किसी से हर रोज नहीं होती;
    अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना;
    क्योंकि, पलके कभी आँखों पर बोझ नहीं होती।
  • दोस्ती इंसान की ज़रुरत है;
    दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है;
    आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ;
    वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।
  • गीत की ज़रूरत महफ़िल में होती है;<br/>
प्यार की ज़रूरत दिल में होती है;<br/>
बिन दोस्ती के अधूरी है ये ज़िन्दगी;<br/>
क्योंकि दोस्त की ज़रूरत हर पल महसूस होती है।Upload to Facebook
    गीत की ज़रूरत महफ़िल में होती है;
    प्यार की ज़रूरत दिल में होती है;
    बिन दोस्ती के अधूरी है ये ज़िन्दगी;
    क्योंकि दोस्त की ज़रूरत हर पल महसूस होती है।
  • यार दोस्त जब भी बुलाते सदा वो फंसता था;
    खर्चा भी करता था हरदम फिर भी हंसता था;
    जब भी मिलता मुस्कुराता और हर्षाता था;
    सुखा सुखा लगता है अब, तब बादल सा बरसता था;
    लगता है के अंग्रेजी पतलून अब खादी हो गई है;
    जी हाँ आप सही समझे उसकी शादी हो गई है।
  • हम खुद पर गुरुर नहीं करते;
    किसी को दोस्ती करने पर मज़बूर नहीं करते;
    मगर जिसे एक बार दिल में बसा लें;
    उसे मरते दम तक दिल से दूर नहीं करते।
  • हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे;<br/>
थाम कर हाथ साथ छोड़ देंगे;<br/>
हम दोस्ती करते हैं पानी और मछली की तरह;<br/>
जुदा करना भी चाहो तो हम दम तोड़ देंगे।Upload to Facebook
    हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे;
    थाम कर हाथ साथ छोड़ देंगे;
    हम दोस्ती करते हैं पानी और मछली की तरह;
    जुदा करना भी चाहो तो हम दम तोड़ देंगे।
  • चाँद के पास सितारे बहुत हैं;
    पर सितारों के पास चाँद एक ही है;
    हमारे जैसे दोस्त आपके पास बहुत हैं;
    लेकिन आप जैसा दोस्त हमारे पास एक ही है।
  • कभी पसंद न आये साथ मेरा तो बता देना, ए दोस्त;
    हम दिल पर पत्थर रख के तुम्हे
    .
    .
    .
    .
    .
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    गोली मार देंगे!
    बड़े आये, नापसंद करने वाले!
  • मित्रता शुद्धतम प्रेम है;<br/>
ये प्रेम का सर्वोच्च रूप है;<br/>
जहाँ कुछ भी नहीं माँगा जाता;<br/>
कोई शर्त नहीं होती;<br/>
जहां बस देने में आनंद आता है।Upload to Facebook
    मित्रता शुद्धतम प्रेम है;
    ये प्रेम का सर्वोच्च रूप है;
    जहाँ कुछ भी नहीं माँगा जाता;
    कोई शर्त नहीं होती;
    जहां बस देने में आनंद आता है।
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