दोस्ती Hindi SMS

  • आदतें अलग हैं, मेरी दुनिया वालों से;<br/>
कम दोस्त रखना हूँ;<br/>
पर लाजवाब रखता हूँ।Upload to Facebook
    आदतें अलग हैं, मेरी दुनिया वालों से;
    कम दोस्त रखना हूँ;
    पर लाजवाब रखता हूँ।
  • खुदा ने दोस्त को दोस्त से मिलाया;
    दोस्तों के लिए दोस्ती का रिश्ता बनाय;
    फिर खुदा ने फरमाया;
    दोस्ती रहेगी उसकी कायम, जिसने दोस्ती को दिल से निभाया।
  • दोस्ती फूल से करोगे तो महक जाओगे;<br/>
मदिरा से करोगे तो बहक जाओगे;<br/>
सावन से करोगे तो भीग जाओगे;<br/>
हमसे करोगे तो बिगड़ जाओगे;<br/>
और नहीं करोगे तो किधर जाओगे।Upload to Facebook
    दोस्ती फूल से करोगे तो महक जाओगे;
    मदिरा से करोगे तो बहक जाओगे;
    सावन से करोगे तो भीग जाओगे;
    हमसे करोगे तो बिगड़ जाओगे;
    और नहीं करोगे तो किधर जाओगे।
  • फासले दोस्ती में कभी-कभी आते रहते हैं;<br />
दोस्ती फिर भी दो दिलों को मिला ही देती हैं;<br />
जो ख़फ़ा न हो जाये वो दोस्त कैसे होता;<br />
सच्ची दोस्ती फिर भी दोस्त को मिला ही देती है।Upload to Facebook
    फासले दोस्ती में कभी-कभी आते रहते हैं;
    दोस्ती फिर भी दो दिलों को मिला ही देती हैं;
    जो ख़फ़ा न हो जाये वो दोस्त कैसे होता;
    सच्ची दोस्ती फिर भी दोस्त को मिला ही देती है।
  • क्यों मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त;<br />
क्यों गम को बांट लेते हैं दोस्त;<br />
न रिश्ता खून से न रिवाज से बंधा;<br />
फिर भी जिंदगी भर साथ देते हैं दोस्त।Upload to Facebook
    क्यों मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त;
    क्यों गम को बांट लेते हैं दोस्त;
    न रिश्ता खून से न रिवाज से बंधा;
    फिर भी जिंदगी भर साथ देते हैं दोस्त।
  • मेरी भगवान से एक ही दुआ है कि;
    वो तुम जैसा दोस्त हर किसी को दे;
    क्योंकि;
    यह सजा मैं अकेले क्यों भुगतूं।
  • वो रिश्ते भी कुछ खास हैं तो अनजाने में बन जाते हैं;<br/>
पहले तो दिल से फिर जिंदगी से जुड़ जाते हैं;<br/>
लोग कहते हैं उनको दोस्ती;<br/>
जिसमें अनजाने भी अपने बन जाते हैं।Upload to Facebook
    वो रिश्ते भी कुछ खास हैं तो अनजाने में बन जाते हैं;
    पहले तो दिल से फिर जिंदगी से जुड़ जाते हैं;
    लोग कहते हैं उनको दोस्ती;
    जिसमें अनजाने भी अपने बन जाते हैं।
  • हर दूरी मिटानी पड़ती है;<br/>
हर बात बतानी पड़ती है;<br/>
लगता है दोस्तों के पास वक्त ही नहीं है;<br/>
आजकल खुद अपनी याद दिलानी पड़ती है।Upload to Facebook
    हर दूरी मिटानी पड़ती है;
    हर बात बतानी पड़ती है;
    लगता है दोस्तों के पास वक्त ही नहीं है;
    आजकल खुद अपनी याद दिलानी पड़ती है।
  • हम वो फूल हैं जो रोज़-रोज़ नहीं खिलते;
    ये वो होंठ हैं जो कभी-कभी नहीं सिलते;
    हमसे बिछाड़ोगे तो एहसास होगा तुम्हें;
    हम वो दोस्त हैं जो रोज-रोज नहीं मिलते।
  • दिल में आशाएं बहुत हैं;<br/>
जिंदगी में दुःख बहुत हैं;<br/>
कब की मार डालती ये दुनिया हमें;<br/>
पर दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है।Upload to Facebook
    दिल में आशाएं बहुत हैं;
    जिंदगी में दुःख बहुत हैं;
    कब की मार डालती ये दुनिया हमें;
    पर दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है।
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