आज का ज्ञान: दोबारा गर्म की हुई चाय और समझौते वाले रिश्ते में पहली जैसी मिठास नहीं रहती! |
कोई बोलता था, मेरा ये साल ख़राब गया तो कोई बोलता था, मेरा वो साल ख़राब गया! फिर साल 2020 आया और सब का साल एक साथ ख़राब हो गया! |
स्थिति देखकर तो ऐसा लगता है कि वर्ष 2020 निक्कर बनियान में ही निकल जाएगा। इसलिए सप्ताह में एक बार पैंट की चेन में एक बूँद तेल (सरसों का) डाल कर उपर नीचे करें। अन्यथा लॉकडाउन खुल जाएगा लेकिन चेन नहीं खुलेगी। |
किसी चाँद को अपना बनाने से पहले ये देख लेना कि... कितने गृह उसके चक्कर लगा रहे हैं! |
बीवी ने मेरा मोबाइल चेक किया और मेरी तरफ घूरते हुए पूछा... . . . . ये कल्लू मिस्त्री क्यों पूछ रहा है कि खाना खाया या नहीं? |
अब से विदेशी चड्डियाँ पहनना बन्द करो... . . . . . . . सिर्फ "धारीदार कच्छे" पहनना शुरू करो! स्वदेशी अपनाए! आत्मनिर्भर बने! |
पुरुष सच में महान होते हैं। औरतें 'दूसरी औरतों' की शिकायते करते नहीं थकती; जबकि पुरूष 'दूसरी औरतों' की तारीफ करते नहीं थकते। |
ठेके तो खुल गए हैं अब बस मायके खुल जाएं...
तो चैन की सांस लूँ! |
इतने साल लगे आलस को शरीर से अलग करने में अब इस लॉकडाउन ने उन्हें दोबारा मिला दिया है! |
लोगों ने सोचा लॉकडाउन में "सिगरेट" की लत छूट जायेगी! सिगरेट तो क्या छूटनी थी उल्टा बीड़ी की भी लत लग गई! |