प्रेम Hindi SMS

  • ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है;
    क्यों मेरे साथ तु सारी रात जागता है;
    मैं तो बन बैठा हूं दिवाना उनके प्यार में;
    क्या तू भी किसी से प्यार करता है।
  • चलो आज ये दुनिया बांट लेते हैं;
    तुम मेरे और बाकी सब तुम्हारा।
  • क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है;<br />
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है;<br />
लगने लगते हैं अपने भी पराये;<br />
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।Upload to Facebook
    क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है;
    एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है;
    लगने लगते हैं अपने भी पराये;
    और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।
  • चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो;
    सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते हो;
    कुछ यूँ चला है तेरे 'इश्क' का जादू;
    सोते जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।
  • तेरे नाम को होंटो पर सजाया है मैंने;<br />
तेरे रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने;<br />
दुनिया तुम्हें ढूढ़ते-ढूढ़ते हो जायेगी पागल;<br />
दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने।Upload to Facebook
    तेरे नाम को होंटो पर सजाया है मैंने;
    तेरे रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने;
    दुनिया तुम्हें ढूढ़ते-ढूढ़ते हो जायेगी पागल;
    दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने।
  • राह ताकते हैं हम उनके इंतज़ार में;<br />
साँसे भरते हैं उनके एक दीदार में;<br />
रात न कटती है न होता है सवेरा;<br />
जबसे दिल के हर कोने में हुआ है आपका बसेरा।Upload to Facebook
    राह ताकते हैं हम उनके इंतज़ार में;
    साँसे भरते हैं उनके एक दीदार में;
    रात न कटती है न होता है सवेरा;
    जबसे दिल के हर कोने में हुआ है आपका बसेरा।
  • शाम के बाद मिलती है रात;
    हर बात में समाई हुई है तेरी याद;
    बहुत तनहा होती ये जिंदगी;
    अगर नहीं मिलता जो आपका साथ।
  • चाँद निकलेगा तो दुआ मांगेंगे;<br />
अपने हिस्से में मुकदर का लिखा मांगेंगे;<br />
हम तलबगार नहीं दुनिया और दौलत के;<br />
हम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे।Upload to Facebook
    चाँद निकलेगा तो दुआ मांगेंगे;
    अपने हिस्से में मुकदर का लिखा मांगेंगे;
    हम तलबगार नहीं दुनिया और दौलत के;
    हम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे।
  • दिल की हसरत जुबां पर आने लगी;
    तुमको देखा और जिंदगी मुस्कुराने लगी;
    ये मेरी दोस्ती है या दीवानगी;
    हर सूरत पर तेरी सूरत नज़र आने लगी।
  • सपना कभी साकार नहीं होता;
    मोहब्बत का कोई आकार नहीं होता;
    सब कुछ हो जाता है इस दुनियां में;
    मगर दोबारा किसी से प्यार नहीं होता।
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