जिस पल आप दिल से मुस्कुराओगे; अपनी हँसि में हमारी झलक पाओगे! न समझना कि साथ छोड़ देंगे हम; पलट कर देखोगे तो हर राह पर हमें पाओगे! |
मोहब्बत भी अजीब चीज बनायीं खुदा तूने! तेरे ही मंदिर में; तेरी ही मस्जिद में; तेरे ही बंदे; तेरे ही सामने रोते हैं! तुझे नहीं, किसी और को पाने के लिए! |
कर गया ना इश्क बर्बाद? . .. ... और गीत गाओ महोब्बत के! |
अश्क बन कर आँखों से बहते हैं; बहती आँखों से उनका दीदार करते हैं! माना की ज़िंदगी मे उन्हें पा नही सकते; फिर भी हम उनसे बहुत प्यार करते हैं! |
उनके देखने से ही आ जाती है चेहरे पर रौनक; वह समझ जाते हैं कि उस बीमार का हाल अच्छा है! |
शाम भी खास है, वक़्त भी खास है; तुझको भी एहसास है, तो मुझको भी एहसास है; इससे जयादा मुझे और क्या चाहिए; जब मैं तेरे पास, और तु मेरे पास है! |
मैं तो चिराग हूँ, तेरे आशियानों का कभी न कभी तो बुझ जाऊंगा; आज तुझे शिकायत है, मेरे उजाले से, कल 'अँधेरे' में बहुत याद आऊंगा! |
तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है; तेरी याद बहुत बेकरार करती है; वह दिन जो तेरे साथ गुज़ारे थे; नज़रें तलाश उनको बार-बार करती हैं! |
दिल में एक दर्द लिए जिये जा रहा हूँ; तेरी मोहब्बत का जाम पिये जा रहा हूँ; न चाहते हुए भी यह काम किये जा रहा हूँ; न जाने खुद को, कौन सी मंजिल पर लिये जा रहा हूँ! |
बड़ी मुद्दत से चाहा है तुम्हें; बड़ी दुआओं से पाया है तुम्हें; तुझे भुलाने का सोचु भी कैसे; किस्मत की लकीरों से चुराया है तुम्हें! |