जब कोई ख्याल दिल से टकराता है; दिल ना चाह कर भी, खामोश रह जाता है; कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है; कोई कुछ ना कहकर भी, सब बोल जाता है। |
आईना हमने तोड़ दिया है इस ख्याल से; कि शायद हमारी तक़दीर बदल जाए; हमें क्या पता कि टूटे आईने के हर टुकड़े में; फिर वही तस्वीर नज़र आएगी। |
जाने दुनियां में ऐसा क्यों होता है; जो सब को ख़ुशी दे, वही क्यों रोता है; उम्र भर जो साथ ना दे सके; वही ज़िंदगी का पहला प्यार क्यों होता है। |
बहुत अजीब है यह बंदिशें मोहब्बत की; कोई किसी को बहुत टूट कर चाहता है; और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है। |
प्यार की अनदेखी सूरत आप हैं; मेरी जिंदगी की ज़रूरत आप हैं; खूबसूरत तो फूल भी बहुत हैं; मगर मेरे लिए फूल से भी खूबसूरत आप हैं। |
मैंने तुझको ही चाहा है; तू ही मेरा पहला प्यार है; मेरे दिल की तू ही धड़कन; तेरा ही मुझको इंतज़ार है। |
अनजाने में दिल गँवा बैठे; इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे; उनसे क्या गिला करें; भूल हमारी थी जो बिना दिल वालों से दिल लगा बैठे। |
अगर प्यार में पैसे की अहमियत नहीं होती तो हर कहानी में लड़की के ख्वाबों में कोई राजकुमार ही क्यों होता है? कभी सुना है कि "मेरे सपनों का मोची, बारात ले कर आएगा।" |
बात इतनी सी थी कि तुम अच्छे लगते थे। अब बात इतनी बढ़ गई कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता। |
चाह कर भी उसे अपना ना बना सके; इश्क़ करके भी उन्हें ये जता ना सके; दिल था हमारा कोई कागज़ का टुकड़ा नहीं; इसीलिए चीर कर कभी दिखा न सके। |