ज़िन्दगी उसी को आजमाती है; जो हर मोड़ पर चलना जानता है; कुछ खोकर तो हर कोई मुस्कुराता है; पर ज़िन्दगी उसी की है जो कुछ खोकर भी मुस्कुराना जानता है। |
एक कोशिश और कर, बैठ न तू हार कर; तू है पुजारी कर्म का, थोड़ा तो इंतज़ार कर; विश्वास को दृढ़ बना, संकल्प को कृत बना; एक कोशिश और कर, बैठ न तू हार कर। |
आसमान में न देखो अपने सपनों को; सपनों के लिए ज़मीन की जरूरत होती है; सब कुछ मिले ज़िन्दगी में तो जीने का क्या मज़ा; जीने के लिए एक कमी की जरूरत भी जरूरी होती है। |
दुनियां का हर शौंक पाला नहीं जाता; काँच के खिलौनों को उछाला नहीं जाता; मेहनत करने से मुश्किलें हो जाती हैं आसान; क्योंकि हर काम किस्मत पर टाला नहीं जाता। |
ज़िन्दगी से जो लम्हा मिले उसे चुरा लो; ज़िन्दगी प्यार से अपनी सजा लो; जिंदगी यूँ ही गुजर जाएगी; बस कभी खुद हँसो कभी रोते हुए को हँसा लो। |
वक़्त से लड़कर जो नसीब बदल दे; इंसान वही जो अपनी तक़दीर बदल दे; कल होगा क्या, कभी ना यह सोचो; क्या पता कल खुद वक़्त अपनी तस्वीर बदल दे। |
ज़िन्दगी उसी को आजमाती है, जो हर मोड़ पर चलना जानता है; कुछ खोकर तो हर कोई मुस्कुराता है, पर ज़िन्दगी उसी की है जो कुछ खोकर भी मुस्कुराना जानता है। |
बेहतर से बेहतर की तलाश करो; मिल जाये नदी तो समंदर की तलाश करो; टूट जाता है शीशा पत्थर की चोट से; टूट जाये पत्थर कोई ऐसा शीशा तलाश करो। |
तारों में एक अकेला चाँद जगमगाता है; मुश्किलों में अकेला इंसान ही डगमगाता है; काँटों से कभी मत घबराना ऐ दोस्त; क्योंकि काँटों में ही एक गुलाब मुस्कुराता है। |
सीढ़ियाँ उनके लिए बनी हैं, जिन्हें छत पर जाना है, लेकिन जिनकी नज़र, आसमान पर हो उन्हें तो रास्ता ख़ुद बनाना है। |