बंता: यार, शादी में जाना है, कैसा 'कोट' पहन के जाऊँ कि सब मुझे ही देखें? संता: एक काम कर 'पेटी'कोट' पहन के चला जा फिर सब तुझे ही देखेंगे। |
संता शराब पी कर बस में चड़ा तो एक साधु बाबा बस में बैठे थे और बोले, "तुम नर्क के रास्ते पर जा रहे हो।" संता (चिल्लाते हुए): ओये रुको-रुको बस रोको, मैं गलत बस में चढ़ गया हूँ। |
संता: यार यह सुरेंदर हमेशा कड़की में रहता है। इसके पास कभी पैसे नहीं होते। बंता: क्यों, क्या वो तुमसे पैसे माँगता है? संता: नहीं यार, जब भी मैं माँगता हूँ तो मना कर देता है। |
संता अपने बेटे पप्पू के स्कूल गया। संता (पप्पू की टीचर से): मेरा बेटा पढाई में कैसा है? टीचर: बस ये समझ लो कि आर्यभट्ट ने शून्य की खोज इसके लिए ही की थी। संता: अरे आखिर बेटा किसका है! |
पप्पू: पापा मैं लव मैरिज करूँगा। संता: हाँ तू लव मैरिज ही कर लेना, क्योंकि जैसी तेरी शक्ल है मुझे नहीं लगता मैं तेरी अरेंज मैरिज करवा पाउँगा। |
संता: आज खाना तुमने नहीं बनाया क्या? जीतो: क्यों क्या खराबी है? संता: कोई खराबी नहीं है, सब कुछ एक दम सही है, तभी पूछ रहा हूँ कि कहीं बाहर से मंगवाया है क्या? |
बंता: अरे भाई क्या हुआ? इतने मायूस क्यों हो? संता: क्या बताऊँ मैं तो बरबाद हो गया। बंता: क्यों क्या हुआ? संता: मेरे दादे को पुनर्जन्म में विश्वास था, कमबख्त अपनी जायदाद अपने ही नाम कर गये। |
बंता: यार संता, अगर हम मरने के बाद नरक में गए तो क्या करेंगे? संता: क्या करेंगे मतलब? बंता: मतलब हमें तो नरक के बारे में कुछ पता ही नहीं है। संता: ओये यह जो शादी होती है न यह आदमी को नरक का अनुभव दिलाने के लिए ही होती है। |
बंता: यार संता, बीवी और बादलों में क्या समानता है? संता: यार जब दोनों आस-पास नहीं होते, दिन बहुत सुहावना होता है। |
जीतो: अरे आप, इतनी तेज बाइक मत चलाओ मुझे डर लग रहा है। संता: अरे, अगर तुझे भी डर लग रहा है तो तू भी मेरी तरह आँखे बंद कर ले। |