सुबह की हर धूप कुछ याद दिलाती है; हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है; कितनी भी व्यस्त क्यों ना हो यह ज़िन्दगी; सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है। सुप्रभात! |
वक़्त और समझ किस्मत वालों को ही मिलता है। क्योंकि वक़्त हो तो समझ नहीं आती और समझ आती है तो वक़्त नहीं होता। सुप्रभात! |
सुबह सुबह हो खुशियों का मेला; ना हो लोगों की परवाह, ना हो दुनिया का झमेला; पंछियो का हो मधुर संगीत, और मौसम हो अलबेला; मुबारक हो आपको ये ख़ूबसूरत सवेरा। सुप्रभात! |
सुबह का उजाला सदा आपके साथ हो; हर दिन का एक एक पल हमेशा आपके साथ हो; दुआ हमेशा निकलती है दिल से आपके लिए; हज़ारों खुशियों का खज़ाना आपके पास हो। सुप्रभात! |
जैसे हर सुबह हमारे जीवन का एक नया आरम्भ होता है वैसे ही चलो हम अपने बीते दिनों के सभी ग़म भुला कर आओ एक नयी शुरुआत करें। सुप्रभात! |
ख़ुशी एक ऐसा एहसास है, जिसकी हर किसी को तलाश है; ग़म एक ऐसा अनुभव है, जो सबके पास है; मगर ज़िन्दगी तो वही जीता है, जिसको खुद पर विश्वास है। सुप्रभात! |
ये खूबसूरत फ़िज़ाओं में फूलों की खुशबू हो; सुबह की किरण में पंछियों की आवाज़ हो; जब भी खोलो अपनी ये निगाहें; उन निगाहों में सिर्फ खुशियों की झलक हो। सुप्रभात! |
हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये; कभी कोई आपको रुला ना पाये; खुशियों के ऐसे दीप जले ज़िंदगी में; कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये। सुप्रभात! |
हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है; हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है; ज़िन्दगी कितनी भी व्यस्त क्यों ना हो; निगाहों पर सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है। सुप्रभात! |
ऐ सुबह तुम जब भी आना सब के लिए सतगुरु की रेहमत लाना। सुप्रभात! |