हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये; कभी कोई आपको रुला ना पाये; खुशियों के ऐसे दीप जले ज़िंदगी में; कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये। सुप्रभात! |
हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है; हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है; ज़िन्दगी कितनी भी व्यस्त क्यों ना हो; निगाहों पर सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है। सुप्रभात! |
ऐ सुबह तुम जब भी आना सब के लिए सतगुरु की रेहमत लाना। सुप्रभात! |
प्यारी सी मधुर निंदिया के बाद; रात के कुछ सपनों के साथ; सुबह की कुछ उम्मीदों के साथ; आपको प्यार भरा सुप्रभात। |
ईश्वर वह नहीं देता जो आपको अच्छा लगता है, ईश्वर वह देता है जो आपके लिए अच्छा होता है। सुप्रभात! |
जो जैसा है उसे वैसे ही अपना लो, रिश्ते निभाने आसान हो जायेंगे। सुप्रभात! |
हे प्रभु! दोनों हाथ जोड़ कर आपसे विनती है कि उन्हें खुश रखना जो मुझे याद करते हैं। |
हर दिन अपनी ज़िन्दगी को एक नया ख्वाब दो; चाहे पूरा ना हो पर आवाज़ तो दो; एक पूरे हो जायेंगे सारे ख्वाब तुम्हारे; सिर्फ एक शुरुआत तो दो। सुप्रभात! |
भूल होना 'प्रकृति' है; मान लेना 'संस्कृति' है; सुधार लेना 'प्रगति' है। सुप्रभात! |
वक़्त और समझ किस्मत वालों को ही मिलता है। क्योंकि वक़्त हो तो समझ नहीं आती और समझ आती है तो वक़्त नहीं होता। सुप्रभात! |