इज़हार Adult and Non veg Restricted Hindi Shayari

  • महबूब मेरे... महबूब मेरे;
    तेरी मस्ती में मुझे जीने दे;
    बोहुत दूध है तेरे सीने में;
    मुझे दबा दबा के पीने दे!
  • ठुमक ठुमक कर चलती हो क्या मार ही डालोगी;
    थोड़ी चूत हमें भी दे दो इतनी साड़ी का क्या अचार डालोगी;
    ठुमक ठुमक कर चलती हूँ मेरी चाल ही ऐसी है;
    अपनी माँ बहिन की ले ले गांडू सबकी एक ही जैसी है!
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