पिछले साल की तुलना में इस साल के शुरुआती महीनों में क्रिकेट विश्व कप और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की वजह से फिल्मों की कमाई में गिरावट देखी गई। साल की शुरुआत में आई अर्जुन कपूर और सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत 'तेवर', महानायक अमिताभ बच्चन और धनुष अभिनीत 'शमिताभ' और अर्जुन रामपाल तथा जैकलिन फर्नाडीज की 'रॉय' बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई।
अक्षय कुमार की 'बेबी' इस साल की पहली सफल फिल्म है, जिसने करीब 90 करोड़ रुपये कमाए। उसके बाद 'बदलापुर' (50 करोड़ रुपये), 'दम लगाके हईशा' (करीब 27 करोड़) और 'एनएच 10' (30.60 करोड़ रुपये) जैसी फिल्में आईं, जिन्होंने न केवल समीक्षकों को खुश किया बल्कि दर्शकों का दिल भी जीता।
फिल्म व्यापार विश्लेषक तरण आदर्श ने आईएएनएस को बताया, "एक-दो फिल्मों को छोड़कर पहले चार महीने बहुत बुरे थे। अगर हम 2015 के पहले चार महीनों की तुलना पिछले साल से करें, तो यह साल बहुत बुरा है।"
बॉक्स ऑफिस ग्राफ में मई से एक सकारात्मक रुझान दिखा।
उन्होंने कहा, "मई में हमें 'गब्बर इज बैक', 'पीकू' और 'तनु वेड्स मनु रिट्र्न्स' मिली। लेकिन 'बांबे वेल्वेट' एक बहुत बड़ी असफलता थी। मई में तीन हिट फिल्में आईं। उसके बाद जून में 'एबीसीडी 2' ने अच्छी कमाई की। मई से फिल्मोद्योग एक अच्छा दौर देख रहा है।"
फिल्म व्यापार विश्लेषक राजेश थडानी के अनुसार, बड़ी फिल्मों की कमाई के लिहाज से प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं है।
थडानी ने कहा, "हमें अब दूसरी छमाही को लेकर उत्साहित होना चाहिए क्योंकि सभी बड़ी फिल्में इस समय आ रही हैं। 'तनु वेड्स मनु रिट्र्न्स' और एक-दो अन्य छोटी फिल्मों को छोड़कर कोई फिल्म ज्यादा नहीं चली लेकिन जितनी ज्यादा की उम्मीद थी, कमाई वैसी नहीं रही। इसलिए साल की पहली छमाही काफी निराशाजनक थी।"
थडानी ने कहा कि 'एचएच10', 'बदलापुर' और 'दम लगाके हईशा' जैसी विषयवस्तु आधारित फिल्मों ने ए-श्रेणी के स्टार की अनुपस्थिति के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया।
सिनेमाघर श्रृंखला 'सिनेपोलिस' के व्यापार प्रमुख देवांग संपत ने बढ़िया विषय सामग्री के महत्व पर जोर देते हुए आईएएनएस को बताया, "हम जिस दौर में हैं उसमें 'विषय सामग्री प्रमुख है' कहना अतिश्योक्तिपूर्ण नहीं है।"
अब सभी निगाहें सलमान खान की 'बजरंगी भाईजान' तथा 'प्रेम रतन धन पायो' और शाहरुख खान अभिनीत 'दिलवाले' और बॉलीवुड के 'खिलाड़ी' अक्षय कुमार की 'सिंह इज ब्लिंग' जैसी बिग बजट फिल्मों पर टिकी हैं, जो 200 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर सकती हैं।