हर्षाली की मां काजल मल्होत्रा ने पत्रकारों से हुई एक बातचीत में कहा, ''हर्षाली कभी चुप नहीं बैठती। फिल्म के लिए रखी गईं कार्यशालाओं के दौरान मुकेश छाबरा (कास्टिंग निर्देशक) मुझसे कहा करते थे कि वह चिंतित हैं कि वह बोले बिना कैसे रहेगी।''
यह पूछे जाने पर कि शूटिंग शेड्यूल ने हर्षाली को कैसे प्रभावित किया? उन्होंने कहा, ''उसमें कोई बदलाव नहीं आया है। वह जैसी पहले थी, अब भी बिल्कुल वैसी है।''
एक बच्चे के साथ शूटिंग करना केवल फिल्मकार के लिए ही नहीं, बल्कि बच्चे के लिए भी मुश्किल होती है। हर्षाली की मां काजल मल्होत्रा ने कहा, ''जब भी तेज आवाज में एक्शन बोला जाता या कोई तेज आवाज होती, वह डर जाती लेकिन सलमान खान और कबीर खान ने इस बात का विशेष ख्याल रखा कि वह खेलते-खेलते अन्य सह-कलाकारों से घुल-मिल जाए, जिसके बाद वह शूटिंग के दौरान सहज हो गई।'' हर्षाली ने 'कुबूल है', 'लौट आओ त्रिशा' जैसे धारावाहिकों और विज्ञापनों में भी काम किया है।