महानायक अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा, "आस्था अवश्य होनी चाहिए और अब भी मानव ब्रह्मांड में आस्था ही सर्वाधिक प्रेरक अदृश्य शक्ति है।"
अमिताभ ने आगे मुंबई में गणेश चतुर्थी के बारे में कहा, "भक्ति और उत्सव की भावना कभी भी इतनी गुंजायमान और धाराप्रवाह नहीं रही, जितनी दुनिया में हमारे यहां है। उन्होंने लिखा है, "गाजे-बाजे की आवाजें, नृत्य, जवां और बुजुर्ग लोगों के मुस्कुराते चेहरे, गणपति को अपने घर लाने का गर्व अब उस स्तर पर पहुंचने जा रहा है, जहां से हर साल इसका सरोकार होता है।"
बिग बी को हालांकि लगता है कि आज प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति होने से गणेश चतुर्थी की अनुभूति वैसी नहीं रह गई है, जैसी पहले हुआ करती थी।