भाजपा सांसद शत्रुघ्न ने ट्विटर पर लिखा, "भागवत के आरक्षण (शिक्षा एवं नौकरियों में) की समीक्षा के विचार को गंभीरता से लेना चाहिए। हम आरएसएस प्रमुख के विचारों का सम्मान करते हैं।"
उन्होंने कहा, "कुछ लोगों द्वारा इस अत्यधिक विद्वान और आरएसएस व भाजपा के लिए पिता तुल्य जन का मजाक व उपहास उड़ाए जाने की कोशिशें करना दुखद और निराशाजनक हैं।"
शत्रुघ्न ने मौकापरस्त, चमचों और उन्हें चिड़चिड़ा, असंतुष्ट व नाराज कहने वाले 'अपने' लोगों को चेतावनी भी दी।
प्यार से 'बिहारी बाबू' कहे जाने वाले शत्रुघ्न ने कहा, "मैं शांत, तनावरहित और कम चिंता करने वाला हूं। मैंने जो कहा, वो किया है और आगे भी बिहार के लोगों और हमारी पार्टी के व्यापक हित में करूंगा।"
उन्होंने कहा, "बिहारी बाबू की दिलचस्पी बिहार की शांति, समृद्धि, प्रगति, विकास और गौरव में है, इससे फर्क नहीं पड़ता कि ये चीजें कहां से आती हैं।"