चौथे 'इंडियन ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर्स' सम्मेलन के मौके पर सोमवार को मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित लीजा ने कहा, "यह मीडिया की भी जिम्मेदारी है कि वे कैंसर की सही तस्वीर पेश करें। इस बारे में काफी भ्रांतियां हैं और यही कारण है जिसने मुझे खुलकर इस विषय पर बात करने के लिए प्रेरित किया।"
लीजा ने कहा, "बहुत से लोग कैंसर का नाम सुनते ही उसे मौत से जोड़ कर देखते हैं। यह सही नहीं है। मौजूद उपचारों और रोग निरोधी उपायों के होते हुए जरूरी नहीं कि ऐसा ही हो।"
लीजा को 2009 में एक दुर्लभ प्रकार के रक्त कैंसर 'मल्टीपल माएलोमा' से ग्रस्त पाया गया था। माना जाता है कि इसका कोई उपचार नहीं है। लेकिन 2010 में उन्होंने कैंसर से जंग जीत ली थी।
लीजा ने कहा, "लेकिन इसके लिए एक सही जागरूकता कार्यक्रम की जरूरत है और मीडिया की मदद के बगैर हम ये नहीं कर सकते। हम यहां वास्तविक बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं।"
लीजा ने आगे कहा, "हमें इसके लिए एक सकारात्मक सोच पैदा करनी होगी। सहयोग से आप इसका मुकाबला कर सकते हैं और यह तब और मुश्किल नहीं हो जाना चाहिए जब आप पहले ही आर्थिक मुश्किलों और लोगों की सोच से मुकाबला कर रहे हों।"