एक्जामिन कमेटी ने मेकर्स से कुछ शब्दों को हटाने का कहा था। यह सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को संबोधित करता है।
प्रोड्यूसर करण अरोरा ने बताया 'हमारी फिल्म ड्रग के मु्द्दे को डील करती है। इसके साथ ही कुछ और मुद्दे हैं।हालांकि पांच सदस्यीय टीम ने फिल्म का फाइनल कट देखा है। उन्हें अन्ना हजारे के नाम का उपयोग किए जाने को लेकर आपत्ति थी। हालांकि उनका नाम किसी गलत संदर्भ में इस्तेमाल नहीं किया गया है। संवाद कुछ ऐसा है 'तुमको क्या जरूरत थी इतना सच बोलने की। क्या अन्ना हजारे ने तुमको कहा था कि ये काम करके आओ? वो नहीं समझ रहे हैं कि हम उनका अपमान नहीं कर रहे हैं।'
बोर्ड की ओर से मेकर्स को कहा गया कि ऐसे दर्जनभर शब्दों को आप म्यूट कर दें। इसमें एक वो सीन भी हैं जहां पर लड़की ड्रग का इस्तेमाल कर रही है। अरोरा ने कहा 'यदि हम खुद ही 'ए' सर्टिफिकेट ले रहे हैं तो फिर किसी को दिक्कत क्या है। हमने फिल्म में सामान्य अभद्र शब्द ही इस्तेमाल किए हैं जैसे साला..चू...। यदि मैं अन्ना हजारे का नाम ही हटा दूंगा तो फिर सीन का क्या मतलब रह जाएगा। उन्हें लड़कों के ड्रग्स लेने वाले सीन से आपत्ति नहीं है मगर वो लड़की वाला हिस्सा हटाना चाह रहे हैं।'
मेकर्स ने बताया 'यदि मैं अपनी फिल्म समय पर रिलीज करना चाहता हूं तो मुझे तीन दिन पहले सर्टिफिकेट मिलना चाहिए। हम इसके साथ उसे संलग्न करेंगे। वास्तविकता यह है कि मेरे हाथ में केवल छह दिन है फिल्म रिलीज करने के लिए। हम रिवाइजिंग कमेटी के पास जाएंगे। हालांकि हम बुरे के लिए भी तैयार हैं।'