सोहा ने कहा कि हमने इस बारे में चर्चा की और कहा कि वो कुछ चीजों को लेकर काफी गुस्सैल हैं। मैं जानती हूं कि वो काफी मुखर रही हैं। मैं उनके नजरिए का सम्मान करती हूं। उन्होंने कहा कि जहां तक पुरस्कार रखने या वापस करने की बात है, तो यह लोगों की व्यक्तिगत पसंद है।
बता दें कि शर्मिला टैगोर कह चुकी हैं कि लेखकों और कलाकारों पर हमला लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों के खिलाफ है। सोहा ने ब्लैंडर के प्राइड फैशन टूर में शामिल होने के दौरान यह बात कही।