फिल्म का निर्देशन लेनिन राजेंद्रन ने किया है।
मनीषा ने कहा, "इस फिल्म में काम करना मजेदार अनुभव रहा, यह ऐतिहासिक फिल्म है और इसमें कलात्मक स्पर्श है।"
राजेंद्रन ने कहा कि उनकी नई फिल्म अगले साल जनवरी में प्रदर्शित होने के लिए तैयार है और यह तिब्बतियों की कहानी पर आधारित है, जो अपने वतन लौटना चाहते हैं।
कई पुरस्कार जीत चुके राजेंद्रन ने बताया फिल्म की अधिकांश शूटिंग कर्नाटक में तिब्बती लोगों की बस्ती बैलकुप्पे में हुई।
सिद्धार्थ लामा के साथ कोइराला फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रही हैं। लामा नेपाली फिल्म जगत से जुड़े हैं।
छायाकार मधु अम्बत ने बताया कि फिल्म के किरदारों में आधुनिकता और मिथकों का एक मिश्रण है।