उनका कहना है कि वह कैमरे के पीछे नहीं, बल्कि सामने रहना पसंद करेंगी। फराह ने कहा कि उन्हें केवल फिल्मों का निर्देशन करना पसंद है। टेलीविजन पर निर्देशन आपको अपने पूरे जीवन से दूर ले जाता है। वह फिल्मों का निर्देशन कर खुश हैं।
फिल्मों में आपको 4-5 महीने ही देने पड़ते हैं और उसके बाद आप ब्रेक ले सकते हैं, टेलीविजन पर यह संभव नहीं है। उन्हें पता है कि टेलीविजन पर कैसे काम होता है। सीरियलों के निर्देशक कमाल के हैं। वे बिना रुके काम करते रहते हैं।