इस बीच मिड डे से हुई विशेष बातचीत में शाहरुख ने बताया है कि आखिर उन्होंने इस फिल्म को करने के लिए रजामंदी क्यों दी।
शाहरुख ने कहा 'मुझे लगता है कि फिल्म की स्टोरी लाइन रोचक है। हालांकि ट्रेलर पूरी कहानी तो नहीं कहता है। मगर यह पारंपरिक रोहित शेट्टी के हिसाब वाली फिल्म है। रोहित ने इस फिल्म में काजोल और शाहरुख के बीच ऑनस्क्रीन नजर आने वाला आंतरिक प्रेम दर्शाया है। वो इसे अलग ही स्तर पर ले गए हैं। ऐसे में यह कमाल बन पड़ी है।'
ट्रेलर की रोचकता पर बात करते हुए शाहरुख ने बताया ' ईमानदारी से कहूं तो मैं खुद भी नहीं चाहता था कि ट्रेलर में ही सबकुछ बता दिया जाए। यह केवल एक झलक भर है ना कि फिल्म की पूरी कहानी। मैं इस तर्क से सहमत हूं और समर्थन में हूं। मैं जानता हूं कि यह एक सरप्राईज के समान होगा।'
शाहरुख ने कहा ' कमर्शियल फिल्मों में ऐसा कभी-कभार ही होता है कि आप जो सोच रहे होते हैं वो ना हो मगर यहां बात रोहित शेट्टी की फिल्म की है। वो कार उड़ाना पसंद करते हैं। हर फिल्ममेकर का अपना एक स्टाईल होता है। यश चोपड़ा साड़ी उड़ाते थे, रोहित गाड़ी उड़ाता है। करण जौहर समाज पर फिल्में करते हैं वहीं इम्तियाज अली की फिल्में प्रेम कहानी की गहराई को दर्शाती है। सभी का अपना स्टाईल है।'
ट्रेलर को मिल रहे मिले-जुले रिस्पांस को लेकर शाहरुख ने कहा 'मैं यह चेक नहीं करता। हां मेरा ऑफिस जरूर यह काम करता है। मगर हां मैं इतना कह सकता हूं कि जो फीडबैक हमें मिला है वो अलग है। सोशल मीडिया बहुत ही उत्साहित करने वाली है। लेकिन आप केवल इसके रिस्पांस के भरोसे नहीं रह सकते हैं।'
शाहरुख ने कहा 'सोशल मीडिया पर मिलने वाला रिस्पांस कई बार आपको दिग्भ्रमित भी कर सकता है। यह सकारात्मक या नकारात्मक हो सकता है। फिल्मों के बारे में ऑनलाइन पता करने वालों की संख्या बहुत ही कम है।'
उन्होंने कहा 'ऐसे में यह बिल्कुल भी सही नहीं होगा कि हम रिस्पांस को यहां से आंके। उदाहरण के लिए मैं कल यशराज स्टूडियो में गया तो लोग वहां मुझसे 'गेरुआ' को लेकर बात कर रहे थे। लोग जो सुनते हैं उसी बारे में बात करते हैं। इससे आपको समझ आता है कि आप सही कर रहे हैं।'