अमिताभ बच्चन का मानना है कि आज के आधुनिक समाज में लोगों के जीवन में एक भी क्षण ऐसा नहीं है जिसमें सेल्फी लेने की गुंजाइश न हो।
उन्होंने कहा कि फोटो खींचने की यह 'चमत्कारिक विधि' जिनके साथ सेल्फी ली जाती है, उनके संग एक खास तरह की अंतरंगता को दिखाती है।
अमिताभ ने अपने ब्लाग में लिखा, ''आज की रात है जिंदगी के लिए आखिरी कुछ काम किए और शहर के जिन लोगों के साथ काम किया, उन्होंने सेल्फी की डिमांड की।
हमारे जीवन का कोई काम या लम्हा इस चमत्कार, सेल्फी से अछूता नहीं है। अमिताभ ने लिखा, कोई विशिष्टताओं वाले कैमरे या उपकरणों से तस्वीर खींचता है..लेकिन अंत में मोबाइल में पीछे लगे कैमरे से तस्वीर लेने वालों को ही सर्वाधिक संतुष्टि मिलती है..एक तरह से सेल्फी उनके संग एक खास तरह की अंतरंगता को दिखाती है, जिनके साथ इसे लिया जाता है।