सोनम ने कहा, "मैं इस फिल्म से भावनात्मक रूप से बहुत ज्यादा जुड़ी हुई हूं। मैं 2015 में नीरजा की मां से मिली थी और मेरे लिए वह पल बहुत भावुक कर देने वाला था। मैं इस फिल्म को ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचाना चाहती हूं, ताकि लोग जान सकें कि नीरजा कौन थीं।"
विमान को 1986 में आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था और उसी दौरान यात्रियों की जान बचाते समय नीरजा की गोली लगने मौत हो गई थी। उन्होंने कहा, "मैं खुशनसीब हूं कि मुझे यह भूमिका निभाने का सौभाग्य मिला। मैं बस उम्मीद करती हूं कि यह फिल्म ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचे।"