जिस पर संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता 'स्टीफन दुजरिक' ने बयान जारी किया है की प्रियंका चोपडा को अपने पर्सनल मामलों पर प्रतिक्रिया देने का पूर्ण अधिकार है, ये बयान पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री शीरीं मजारी के लिए एक मुह तोड़ जवाब साबित हुआ है जिन्होंने यूनिसेफ के कार्यकारी अध्यक्ष हेनरीटा एच फॉर को पत्र लिख कर प्रियंका को भारत - पाकिस्तान के बीच नुक्लिअर वॉर का समर्थक बताते हुए उन्हें यूनिसेफ (UNICEF) 'गुडविल अम्बैसैडर के पद से हटाने की अपील की थी.
बता दें की ये सारा मामला प्रियंका के एक ट्वीट पर आधारित है जिसमे प्रियंका ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर की गयी एयर स्ट्राइक के लिए वायुसेना को बढाई दी थी.
Jai Hind #IndianArmedForces 🇮🇳 🙏🏽
— PRIYANKA (@priyankachopra) February 26, 2019
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता दुजारिक ने कहा की, ''मैं यही कह सकता हूं कि किसी भी सद्भावना दूत के लिए चाहे वह चोपड़ा हों या कोई और, हम यूनिसेफ या किसी अन्य संगठन की ओर से बोलते समय निष्पक्ष रहने की उम्मीद करते हैं, लेकिन जब वे निजी बातचीत करते हैं तो उन्हें खुद से संबंधित या किसी मुद्दे पर अपनी राय रखने का हक है, उनके निजी विचार उस एजेंसी पर नहीं पड़ने चाहिए जिनसे वे सम्बंधित हो सकते हैं.''
इससे पहले अमेरिका में भी एक फंक्शन के दौरान एक पाकिस्तानी महिला ने पब्लिक में चिल्लाते हुए प्रियंका चोपडा पर भारत - पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध भड़काने का आरोप लगाया था जिसका परियंका ने बड़ी शांति और गंभीरता से जवाब दिया था.