यादों के बारे में बताते हुए प्राची ने बताया, `मुझे अभी भी अपने शूट का आखिरी दिन याद है। यह तकनीकी रूप से मेरे लिए आखिर दिन था, लेकिन बाकी सब लोग मम्मूका के साथ एक दृश्य की शूटिंग में व्यस्त थे। मेने सभी को गले लगाया। उस क्षण मेरी आंखों में आंसू भर आए और पिछले एक साल की पूरी यात्रा मेरी आंखों के सामने आ गयी। सेट पर लड़ाई के दृश्यों को शूट करना, दोस्तों के साथ की बातें, संघर्ष, भोजन, भावनाएं और बहुत कुछ था जो मुझे भावुक कर रहा था।"
प्राची ने बताया सह-अभिनेता सुदेव ने कहा, "इस बात के लिए खुश रहे की हम अपने साथ जीवन भर के लिए यादें लेकर जा रहे है भावुक होने के जगह उन्हें संजोएं।''
प्राची ने शहर छोड़ने से पहले अगले दिन ममूटी को संदेश देना सुनिश्चित किया।
अपनी भावनाओं को साझा करते हुए प्राची ने कहा, `मेरा दिल भारी था और मैंने पूरी शाम अपने होटल के कमरे से सेट पर देखती रही। होटल के कर्मचारियों ने मुझे ऐसा कमरा दिया जिसमें से उन्नीमाया (फिल्म में प्राची के चरित्र) के घर को देख पाऊं।
एम. पद्मकुमार द्वारा निर्देशित और साजिवि पिल्लई द्वारा लिखित, फिल्म 21 नवंबर को रिलीज होने वाली है।