हाल ही में सुदेश भोसले को वॉयस एक्टिंग के शिल्प में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए इंडिया वॉयस फेस्ट २०१९ से सम्मानित किया गया। बांद्रा में रंगशारदा ऑडिटोरियम में आयोजित इसके दूसरे संस्करण में इंडिया वॉयस फेस्ट २०१९ को अखिल भारतीय आवाज कलाकारों, रेडियो के डबिंग कलाकारों, फिल्मों या टीवी द्वारा जो पर्दे के पीछे से मदद करते हैं उन्हे समर्पित था।
`अक्सर, कुछ अभिनेता अपनी खुद की डबिंग नहीं करते हैं। हम अभिनेताओं को आवाज देते हैं, "सुदेश भोसले कहते हैं," अमोल सेन, हरीश भीमनी जूरी का हिस्सा थे जिन्होंने मुझे इस साल डबिंग और वॉयस कलात्मकता की दुनिया में मेरे योगदान के लिए इस पुरस्कार के लिये मेरा चुनाव किया। "
यह सम्मान पाने पर सुदेश भोसले ने साझा किया, `यह वास्तव में अच्छा लगा। इस दौरान मेरी वरिष्ठ कलाकारों के साथ-साथ युवा पीढ़ी के कलाकारों से भी मुलाकात हुई । `उनकी सलाह चाहने वाले मौजूद युवा को सलाह देते हुए उन्होंने कहा,` बस पर्दे के पीछे काम करने पर ना अडे, सामने की तरफ आकर अपनी कला उजागर करने की कोशिश करें और हमेशा कैमरे के पीछे न रहें। आप अपना नाम, शोहरत कमाने के साथ-साथ और पैसा कमाएंगे। `
हर कोई नहीं जानता की दिग्गज अभिनेता संजीव कुमार के आकस्मिक निधन के बाद, यह सुदेश भोसले थे जो उनकी आवाज बने , उन्होंने दिवंगत अभिनेता की ५ फिल्मों को उनकी आवाज में डब किया। इतना ही नही बल्की उन्होंने तेजाब में अनिल कपूर की आवाज़ को भी डब किया। संजीव कुमार और अनिल कपूर के अलावा, बहुमुखी गायक ने अक्सर क्षेत्रीय भाषाओं में महानायक अमिताभ बच्चन के लिए डब करते हैं।
आवाज के कलाकारों और सुदेश भोसले को अधिक शक्ती प्राप्त हो ।