निर्देशक: रेमो डीसूज़ा
रेटिंग: ***1/2
2013 में फिल्म 'एबीसीडी' से कोरियोग्राफी से निर्देशन में कदम रखने वाले रेमो डीसूज़ा ने बॉलीवुड में डांस जौनर को जीवनदान दिया था. इस जौनर को रेमो ने एबीसीडी 2 से अगले मकाम पर पहुंचाया और अब स्ट्रीट डांसर से वे इसे शिखर पर ले गए हैं. जी हां! यह फिल्म चमकदार और दमदार डांस और मनोरंजन से भरपूर है जिसमें चमकने वाली हर चीज़ सच में सोना ही है.
स्ट्रीट डांसर 3 डी कहानी है लंदन में रहने वाले दो पेशेवर डांसर्स, एक भारतीय मूल के नौजवान सहज (वरुण धवन) और पाकिस्तानी मूल की लड़की इनायत की (श्रद्धा कपूर). दोनों अपने - अपने डांस ट्रूप के लीडर और कट्टर प्रतिद्वंद्वी हैं जो एक-दूसरे को हराने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. लेकिन, कैसे इन दोनों की ज़िन्दगी पूरी तरह से बदल के रह जाती है और कैसे एक नेक काम के लिए सहज के 'स्ट्रीट डांसर्स' और इनायत के 'रूल ब्रेकर्स' अपनी दुश्मनी को पीछे छोड़ कर एक साथ आते हैं यह इस फिल्म की पूरी कहानी है.
जब भी किसी बॉलीवुड डांस फिल्म की बात होती है तो सबसे पहले बात आती है स्क्रिप्ट की जो की रेमो की पिछली फिल्मों में साधारण ही थी मगर इस फिल्म ऐसा नहीं है और स्क्रीनप्ले पहले से काफी बेहतर है जो आपकी आँखों की स्क्रीन पर टिका कर रखने में कामयाब रहता है. भारत - पकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच के दौरान होने वाले झगड़ों से लेकर लंदन में अवैध तरीके से रह रहे एशिया के इमिग्रेंट्स की दुर्दशा को उजागर करने तक फिल्म की कहानी में ड्रामा और इमोशनल कंटेंट प्रयाप्त मात्रा में है.
हालांकि फिल्म कई जगह कुछ ज्यादा ही नाटकीय हो जाती है लेकिन इसका सबसे अच्छा हिस्सा डांस आपको ये भूलने पे मजबूर कर देता है. जी, रेमो डीसूज़ा की इस फिल्म में डांस एकदम उत्तम दर्जे का है जो कमाल है. दमदार वीएफएक्स और तकनीकी कौशल के साथ फिल्म का हर एक डांस सीन देखने में बेहद आकर्षक लगता है और आसानी से इस डिपार्टमेंट में फिल्म को 100 प्रतिशत अंक दिए जा सकते हैं.
एक्टिंग फ्रंट पर वरुण धवन और श्रद्धा कपूर की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री हमेशा की तरह शानदार है और अपने डांस स्किल्स को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने जो मेहनत की है, वह स्क्रीन पर साफ़ दिखाई देती है. वे अपने किरदारों में बेहतरीन लगे हैं और अपने साथ स्क्रीन पर मौजूद पेशेवर डांसर्स के लेवल को मैच करने में भी लगभग कामयाब रहते हैं जो की सराहनीय है. श्रद्धा कपूर इनायत के रूप में दिलकश लगी हैं और उनके बेबाक डांस मूव्स दिल जीते लेते हैं दूसरी ओर वरुण धवन भी सहज के रूप में जमे हैं और समय आने पर अपने डांस स्किल्स का ज़बरदस्त प्रदर्शन करते हैं.
सहज की प्रेमिका मिया के रूप में नोरा फतेही न यहाँ वर्ल्ड क्लास परफॉरमेंस दी है और स्क्रीन पर उनकी एनर्जी को कोई और किरदार मैच करने में नाकाम रहता है. अपने डांस स्किल्स नोरा ने पहले ही हिट आइटम नंबरों से ज़ाहिर कर दिए थे लेकिन स्ट्रीट डांसर में उन्होंने अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है डांस और एक्टिंग दोनों ही डिपार्टमेंट में.
प्रभु देवा फिल्म के फर्स्ट हाफ में साधारण ही हैं मगर सेकंड हाफ में जब वे अपने डांस का जलवा दिखाते हैं तो उन पर से नज़रें नहीं हटती. अपारशक्ति खुराना ने हमेशा की तरह अपने किरदार के साथ इन्साफ किया है और फिल्म के बाकी कलाकार राघव जुयाल, कैरोलीन वाइल्ड, सलमान यूसुफ खान, धर्मेश येलांडे, सुशांत पुजारी, और बाकी सब भी अपने -अपने किरदारों में बढ़िया लगे हैं.
कोरियोग्राफी और सिनेमैटोग्राफी एक डांस फिल्म के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक होती है और यहाँ राहुल शेट्टी और विजय कुमार अरोड़ा का काम सिल्वर स्क्रीन पर भव्य नज़र आता है. फिल्म का संगीत ठीक है. सचिन-जिगर का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म की ऊर्जा को बढ़ाता है और प्रभावशाली है. 'मुक़ाबला' सबसे दमदार ट्रैक है जिस पर थिएटर में सीटियाँ बजने लगती हैं. बादशाह की आवाज़ में 'गर्मी' सच में गर्मी बढाता हुआ नज़र आता है और गुरु रंधावा का लाहौर' और 'इल्लीगल वेपन 2.0' पंजाबी तड़का पंजाबी तड़का लगाते हैं.
कुल मिलाकर, अगर आप डांस के या डांस फिल्मों के शौक़ीन हैं तो स्ट्रीट डांसर 3डी आपको निराश नहीं करेगी हालांकि फिल्म की कहानी कुछ प्रेडिक्टेबल है मगर उसे नज़र अंदाज़ किया जा सकता है. यदि आप सिर्फ एक सामान्य बॉलीवुड एंटरटेनर देखना चाह रहे हैं तो ये फिल्म आपको एंटरटेन भी ज़रूर करेगी और शायद थिरकने पे मजबूर भी कर दे.