वाशिंगटन पोस्ट: अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो यह सोचते रहे थे कि कोरानावायरस भारत में कुछ समय के लिए ही आएगा और फिर गायब हो जाएगा लेकिन अब वायरस के संभावित मरीज़ों की संख्या देखकर चौंक रहे हो, तो बहुत मुमकिन है कि आपको कोरोना के बारे में जानकारी काफी कम मिलती रही है। ऐसे में, हम आपको वाशिंगटन पोस्ट पर पूरे तथ्यों से भरपूर, इंटरेक्टिव आलेख Why outbreaks like Coronavirus spread exponentially, and how to `flatten the curve` पढ़ने की सलाह देंगे। इस आलेख में विस्तार से बताया गया है कि कोरोनावायरस का कहर कैसे बरपा हुआ, कैसे उसने रफ्तार पकड़ी और फिलहाल इस मोर्चे पर क्या चल रहा है। इस पूरी जानकारी को आसान एनीमेशन और टैक्स्ट की मदद से समझाया गया है। और हां, यह आलेख सभी के लिए मुफ्त उपलब्ध है।
वीमेट (VMate): यह भारत का लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो प्लेटफार्म है और इसे ग्रामीण भारत का टिक टॉक भी कहा जाता है। भारत में, खासतौर से कम आबादी वाले दूर-दराज के गांवों तक में इसकी लोकप्रियता के चलते, वीमेट ने इस घातक कोरोनावायरस से निपटने के लिए एक दिलचस्प तरीका ईजाद किया है। वीमेट ने क्रिएटर्स को 'कोरोना पर हावी' और 'ओह ना ना कोरोना' विषय पर फिल्म वीडियो तैयार करने का निमंत्रण दिया है। इन दोनों पर अब तक क्रमश: 15,500 और 18,400 वीडियो बनाए गए हैं, और कुछ क्रिएटर्स ने तो बेहद हंसी-विनोद के साथ सूचनापरक वीडियो बनाए हैं। इस प्लेटफार्म पर एक अलग सैक्शन बनाया गया है जिस पर इस विषय पर लोगों के लिए आवश्यक जानकारी जैसे उन्हें किस प्रकार की सावधानी बरतनी चाहिए, आदि दी गई है। यह प्लेटफार्म अपने यूज़र्स को इस समस्या के अलग-अलग पहलुओं के बारे में जागरूक बना रहा है।
टिक टॉक: वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय इस शॉर्ट वीडियो मेकिंग प्लेटफार्म ने दुनियाभर में अपने यूज़र्स तक विश्वसनीय जानकारी पहुंचाने के लिए ज़ोरदार तैयारियां की हैं। ऍप में एक अलग सैक्शन ''कोविड-19'' तैयार किया गया है जिसके जरिए दुनिया में तथा भारत में, कोरोना वायरस के मामलों और इसकी वजह से होने वाले मौतों की रियल टाइम जानकारी दी जा रही है। साथ ही, ऍप पर कोरोनावायरस के बारे में WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) की ओर से उपलब्ध विस्तृत जानकारी देने के लिए FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) भी शेयर किए गए हैं। WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, बचाव के प्रभावी उपायों के प्रसार के लिए, टिक टॉक ने अपने प्लेटफार्म पर ही एक वीडियो लाइब्रेरी भी तैयार की है। इस सूचना को एक्सेस करना आसान है, और यह भरोसेमंद तथा शेयर करने में भी आसान है।
फेसबुक: अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की तुलना में, फेसबुक पर कोविड-19 के बारे में तरह-तरह की जानकारी शेयर की जा रही है। लेकिन दुर्भाग्यवश, हर जानकारी सही नहीं है| सच्चाई यह भी है कि बहुत से लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का इस्तेमाल लोगों के मन में आतंक पैदा करने और यहां तक कि वायरस के खिलाफ जंग के लिए नकली उत्पाद भिड़ाकर उन्हें ठगने के लिए भी कर रहे हैं। भय और भ्रम के इस माहौल के बीच, फेसबुक ने तुरंत एक समाधान पेश किया है। कुछ तकनीकी एकीकरणों के परिणामस्वरूप, अब फेसबुक के प्लेटफार्म पर कोरोनोवायरस संबंधी सर्च के मामलों में, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डेटाबेस के मार्फत कोविड-19 पर सूचनाएं पॉप-अप हो जाती हैं। साथ ही, फेसबुक इस विषय पर अफवाहों और गलत सूचनाओं को ब्लॉक करने पर भी ध्यान दे रहा है।
इनके अलावा, प्रमुख कंपनियों जैसे गूगल, यूट्यूब, लिंक्डइन, रैडइट, टि्वटर और माइक्रोसॉफ्ट आदि ने मिलकर कोविड-19 के संबंध में भ्रामक जानकारी से निपटने के लिए कमर कस ली है। इन कंपनियों ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर यह बताया है कि वे संकट की इस घड़ी में किस प्रकार से भरोसेमंद और जिम्मेदार संचार सुनिश्चित करने के प्रयासों में तेजी ला रहे हैं और संसाधनों को इस काम के लिए मुस्तैदी से झोंक रहे हैं।
यह बहुत जरूरी है कि हम केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही सूचनाएं प्राप्त करें। इसी परिप्रेक्ष्य में यह जानना जरूरी है कि कोविड-19 से अब तक (17 मार्च तक) दुनियाभर में 1 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं, लेकिन इससे पैदा हुए खौफ ने दुनियाभर में हर किसी को झकझोर दिया है। तनाव से बचने और सही सूचनाएं लेने के लिए हमें पूरी जानकारी काफी समझदारी से लेनी चाहिए और उसे आगे शेयर करते हुए भरपूर समझदारी तथा आशावादिता का परिचय देना चाहिए।