इन सीमाओं के मद्देनज़र और घातक कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में मानवजाति को विजेता के रूप में खुद को स्थापित करने में मदद के लिए, शॉर्ट वीडियो ऍप VMate ने अपने प्लेटफार्म पर एक ऑफिशियल प्रोफाइल लॉन्च की है जो कोरोनावायरस के कारण फैलने वाले संक्रमण के बारे में ऐसी विस्तृत सूचना प्रदान करता है जिसकी पुष्टि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा की गई है। ''मिथ बस्टर'' के नाम से शुरु की गई इस प्रोफाइल पर महामारी संबंधी अक्सर पूछे जाने वाले सवालों (FAQs) के जवाब दिए गए हैं और साथ ही आम इंसान के मन में उठने वाली शंकाओं को भी दूर करने का प्रयास किया गया है। आपके मन में उठने वाले ऐसे दस सवाल और उनके जवाब यहां दिए जा रहे हैं जो नॉवेल कोरोनावायरस के असर और उसके प्रसार से संबंधित आपकी जिज्ञासाओं का समाधान करेंगे। आइये इन पर एक नज़र डालते हैं:
1. क्या अधिक पानी का सेवन करने से कोरोनावायरस के प्रसार को कम करने में मदद मिलेगी? सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक, हर 15 मिनट बाद पानी पीने से आपके गले और उसके आसपास मौजूद वायरस को पेट में बहाने में मदद मिलती है और वहां मौजूद एसिड उसे खत्म कर देता है। वैज्ञानिक तथ्य यह है कि इस प्रकार पानी पीने से वायरस का खात्मा हो जाने की पुष्टि करने वाला कोई प्रमाण नहीं है, अलबत्ता इतना जरूर है कि नियमित रूप से पानी का सेवन आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और यह एक अच्छी आदत है।
2. क्या विटामिन सी सप्लीमेंट आपको कोविड-19 के संक्रमण से बचा सकते हैं? शोधकर्ताओं को अभी तक इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिला है कि विटामिन सी सप्लीमेंट कोरोनावायरस से बचाव में कारगर है।
3. क्या चांदी के कणों का सेवन नॉवल कोरोनावायरस संक्रमण का उचित उपचार है?
एक अमेरिकन टेलीवेंजेलिस्ट ने यह गलत रूप से दावा किया है कि कोलॉइडल सिल्वर यानी तरल पदार्थ में मौजूद चांदी के कणों से मात्र 12 घंटे के अंदर कोरोनावायरस का इलाज मुमकिन है और यह भी कि इनसे इम्युनिटी में सुधार होता है। इस दावे की पुष्टि करने वाला कोई प्रमाण नहीं है। सच तो यह है कि कोलॉइडल सिल्वर का सेवन गुर्दों को नुकसान पहुंचा सकता है और इसकी वजह से हृदय संबंधी रोग भी पैदा हो सकते हैं।
4. क्या लहसुन का सेवन करने से कोरोनावायरस के प्रकोप से बचाव मुमकिन है?
लहसुन काफी अच्छी खाद्य सामग्री है जिसमें कई रोगों से बचाव करने वाले गुण समाए हैं। लेकिन यह नॉवेल कोरोनावायरस से भी बचाव कर सकता है, इसकी पुष्टि करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं।
5. क्या शराब का सेवन कोविड-19 से सुरक्षा प्रदान करता है?
शराब पीने से कोरोनावायरस से कोई सुरक्षा नहीं मिलती है। सच तो यह है कि ऐसा करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। नियमित रूप से और अधिक मात्रा में शराब का सेवन स्वास्थ्य संबंधी अन्य जटिलताओं को आमंत्रित कर सकता है।
6. क्या मच्छरों से कोरोना वायरस फैलता है?
मच्छरों के काटने से कोरोनावायरस नहीं फैलता। ऐसे कोई शोध परिणाम सामने नहीं आए हैं जिनसे यह संकेत मिलते हों कि मच्छरों से कोरोनावायरस संक्रमण फैलता है।
7. कोरोना संक्रमण के शिकार लोगों की पहचान करने में थर्मल स्कैनर्स कितने कारगर हैं? थर्मल स्कैनर्स उन लोगों की पहचान करने में कारगर होते हैं जिन्हें कोविड-19 की वजह से बुखार होता है। ये स्कैनर उन लोगों की पहचान नहीं कर पाते जो कोरोनावायरस से संक्रमित होते हैं मगर जिन्हें बुखार नहीं होता। लिहाजा, ये स्कैनर कोई खास प्रभावी नहीं हैं क्योंकि नॉवल कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति में कई बार अगले 10 दिनों तक बुखार जैसे लक्षण दिखायी नहीं देते।
8. क्या गरम पानी से नहाने से कोविड-19 से बचा जा सकता है?
नहीं, गरम पानी से नहाना कोरोनावायरस संक्रमण का इलाज नहीं है। किसी भी सामान्य इंसान के शरीर का तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस से 37 डिग्री सेल्सियस तक होता है, और इस तापमान पर इस बात का कोई असर नहीं पड़ता कि आप जिस पानी में स्नान कर रहे हैं उसका तापमान कितना है। सच पूछा जाए तो अत्यधित गरम पानी से स्नान करने से आपकी त्वचा को नुकसान हो सकता है।
9. क्या कोरोनावायरस गर्म और आर्द्र जलवायु में नहीं फैलता?
अब तक जिन तथ्यों की पुष्टि की गई है उनके मुताबिक कोविड-19 ठंडे और गरम/आर्द्र मौसम में भी फैल सकता है। आप जहां रह रहे हैं या जिस भी जगह पर यात्रा कर रहे हैं, वहां के मौसम की बजाय इस बात पर ज़ोर दें कि आपको संक्रमण से बचने के लिए पूरी सावधानी बरतनी है। खुद को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप ठीक ढंग से हाथ धोएं और ऐसा नियमित रूप से करते रहें।
10. क्या कोरोनावायरस संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ हो सकता है?
हां, कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो सकता है। यदि इलाज के बाद भी कुछ लक्षण बने रहते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि वे आजीवन बने रहेंगे। इस वायरस से संक्रमित होने वाले अधिकांश लोग इससे पूरी तरह छुटकारा पा सकते हैं। हां, कोई भी लक्षण दिखायी देने पर उसका क्लीनिकली इलाज करना जरूरी है, और अगर खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ हो तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाएं।
VMate की प्रोफाइल पर इन तमाम तथ्यों को बेहद रुचिकर तरीके से और इंटरेक्टिव फॉर्मेट में प्रस्तुत किया गया है, हिंदी में टैक्स्ट के जरिए, वॉयस ओवर के माध्यम से कन्टेंट को पढ़कर तथा एनीमेशन की मदद से हर पहलू को स्पष्ट किया गया है। इसका मकसद आम जनता तक इस संदेश को बड़े पैमाने पर पहुंचाना है और उन्हें कोरोनावायरस संक्रमण की तकनीकियों को आसान तरीके से समझने में मदद करना है। यूज़र्स के पास इससे संबंधित वीडियो को अलग-अलग सोशल मीडिया तथा इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफार्मों जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम तथा व्हट्सऍप पर शेयर करने का विकल्प भी उपलब्ध है।