कोईमोई को दिए इंटरव्यू में शेर्लिन ने बॉलीवुड कास्टिंग काउच कोण लेकर अपने एक्सपीरियंस पर बात की और अपने शुरूआती दिनों में उन्हें क्या - क्या झेलना पड़ा था ये भी बताया. शेर्लिन ने कहा की वे जब बॉलीवुड में नयी - नयी आई थी और फिल्म मेकर्स को काम के लिए अप्रोच करती थी तो वे उन्हें' अक्सर डिनर पर बुलाया करते थे. "मुझे लगता था की ये शायद वही डिनर होगा जिसे हम बचपन से जानते हैं और जब में पूछती थी की मुझे कब आना चाहिए तो वे कहते थे राट को 11 या 12 बजे".
फिर धीरे - धीरे शर्लिन को ये बात समझ आ गयी की डिनर का मतलब यहाँ कॉमप्रोमाईज़ है. आगे उन्होंने ये भी कहा की ऐसे लोगों के इरादों को समझने के बाद वो डिनर के लिए मना करने लगी. "फिर मैंने फैसला किया की मुझे डिनर करना ही नहीं है, मैं जब भी काम के लिए जाती थी और कोई मुझे डिनर के लिए कहता था तो मैं कहती थी की मैं डिनर नहीं करती हूँ, मेरा डाइट चल रहा है आप ब्रेकफास्ट या लंच पर बुला लो और उसके बाद सामने से कोई जवाब नहीं आता था".
बीते दिनों में शेर्लिन चोपड़ा ने निर्देशक रामपाल गोपाल वर्मा पर भी कास्टिंग काउच को लेकर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था की राम गोपाल वेरमा ने उन्हें एडल्ट फिल्म ऑफर की थी और वल्गर मेसेज भी भेजे थे. शर्लिन ने कहा था की राम गोपाल वर्मा इंडस्ट्री के बाहर के लोगों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं करते हैं और उनका शोषण करते हैं.