ऑनलाइन ट्रोलिंग और धमकीयों का सिलसिला लोगों के साथ गंभीर समस्या बन गई हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही जनता की नज़र में हैं।
मशहूर हस्तियों को कुछ चुनिंदा लोगों को निर्दयी संदेशों का सामना करना पड़ता है जो सोचते हैं कि उन्हें इन चीजों को लिखने का अधिकार है। और यह केवल लिखित संदेशों के बारे में नहीं है। ट्रोलर्स अब अपनी मर्यादा छोड़कर शारीरिक हमलो की भी धमकियाँ देने लगे है.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत को मद्देनजर रखते हुए, लोगों ने भाई-भतीजावाद की बहस को अलग ही मोड दिया है। इसके कारण, करण जौहर, आलिया भट्ट, सलमान खान, सोनम कपूर और अन्य जैसी हस्तियों को सोशल मिडिया के जरिए आने वाली ऑनलाइन घृणा का सामना करना पड़ रहा है.
हाल ही में, आलिया भट्ट और शाहीन भट्ट को भी ट्रोलर्स के निशाने पर देखा पर शाहीन ने हिम्मत से आगे बढ़कर सोशल मीडिया ट्रोलर्स को मुहतोड़ जवाब दिया। इसी तरह की स्थिति का सामना अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने भी किया था, जिसे उन्होंने अपने सोशल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रकाश में लाया।
हमें यह भी पता चला है कि करण जौहर, जिन्हे इन ट्रोलर्स का ज़्यादा सामना करना पड़ा वे अब उनके खिलाफ आवाज़ उठाने की तैयारी में लगे है | फिल्म निर्माता भारतीय संविधान का मान रखते हुए क़ानूनी तरीके के जरिए अपने वकीलों से इसी सिलसिले में सलाह भी ले रहे हैं |
करण जौहर के करीबी एक सूत्र का कहना है, `करण कानूनी कार्रवाई को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रहे हैं। वकीलों की एक टीम, साथ ही ऑनलाइन तकनीक विशेषज्ञ, इस घटनाओं को देखने के लिए एक साथ आए हैं। टीम के तकनीकी लोग सोशल मीडिया हैंडल पर नज़र रख रहे हैं। वे फर्जी और वास्तविक इन खातों का पता लगाना चाहते हैं और संबंधित अधिकारियों को सबूत सौंपने की तैयारी मे जुटे है। ट्रोलिंग तब हाथ से बाहर हो गईं जब लोगों ने कारण के बच्चों को शारीरिक ठेस पहुंचाने की धमकी देना शुरू कर दिया और उनकी माँ के खिलाफ बलात्कार की धमकी दी। `
कई अन्य हस्तियों ने भी इसी तरह के विषयों पर एफआईआर दर्ज की है जब वे ऐसे मानसिक रूप से खतरनाक साइबर-क्राइम के शिकार हुए थे। पुलिस ने इन शिकायतों को बहुत गंभीरता से लिया है और पुरे स्थिति की गहन जांच कर रही है।
भारतीय कानून की धारा 67 और IPC की धारा 507 IPC के तहत अगर सोशल मीडिया पर कोई गाली गलोच करता है या हिंसक सन्देश देता है तोह उसे लाखों रूपए के साथ कारावास की सजा सुनाई जा सकती है|
आगे से ऑनलाइन ट्रोलर्स के लिए यही अच्छा होगा कि वे अपने अपराध की गंभीरता को समझें और अपने 'ऑनलाइन प्रोफाइल' की गुमनामी के पीछे छिपते हुए दूसरों को धमकाने से रोके, वरना इस तरह के कृत्यों के परिणाम उन्हें क़ानूनी रूप से भुगतने पड़ेंगे।