कलाकारः गजराज राव, यशपाल शर्मा, रणवीर शोरी, निधि सिंह, विजय राज
प्लेटफार्मः डिज्नी प्लस हॉटस्टार
रेटिंग: ***
ज़मीन जायदाद के लिए एक परिवार के सदस्यों के बीच क्या-क्या होता है, इसे निर्देशक सागर बेल्लारी की कॉमेडी वेब सीरीज 'परि-वॉर' में लेकर आए है| ऐसे दौर में जबकि ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर क्राइम और सेक्स सफलता की गारंटी माने जा रहे हैं, डिज्नी-हॉटस्टार पर आई यह वेबसीरीज़ साफ-सुथरी और परिवार के साथ देखने लायक है जो आपको गुदगुदाती और हंसाती है, सब्सक्रिप्शन न होने पर भी आप इसे डिज्नी प्लस हॉटस्टार देख सकते हैं, यह वेब सीरीज़ सभी के लिए फ्री ऑफ़ कास्ट है|
यह कहानी है उत्तर प्रदेश के प्रयाग में रहने वाले कांशीराम नारायण (गजराज राव) व उनके परिवार की| कांशीराम की बेटी मंदाकिनी (निधि सिंह) अमेरिका में रहती है, बड़े बेटे महिपाल (यशपाल शर्मा) बनारस में और छोटे बेटे शीशुपाल (रणवीर शोरी) मुंबई में रहते हैं| महिपाल और उसकी पत्नी मंजू (अनुरीता झा) के दो बच्चे हैं, जबकि शीशुपाल और उसकी पत्नी अंजू (सादिया सिद्दीकी) एक बेटा है|
एक दिन कांशीराम अस्पताल में पहुंचकर बबलू (कुमार अरुण) के माध्यम से अपने दोनों बेटों व बेटी मंदाकिनी को संदेश भेजते हैं कि उन्हें हार्ट अटैक आ गया है, और वह मरने वाले हैं| दोनों बेटे व बेटी अपने परिवार के साथ प्रयागराज पहुंच जाते हैं, तब उन्हें पता चलता है कि कांशीराम अब ठीक है| दोनों बेटों को पता चलता है कि उनके पिता के पास करीबन 50 एकड़ जमीन है|
इसमें से उन्होंने 30 एकड़ जमीन गंगाराम (विजय राज़) को दी है, जो इस जमीन पर एशिया का सबसे बड़ा 'विदुर आश्रम' बनाने वाला है| हकीकत में गंगाराम उस जमीन पर एक फैक्ट्री खड़ा करना चाहता है, गंगाराम का बेटा मुन्ना (अभिषेक बनर्जी) कुछ कर नहीं पाया और अब 5 साल से एक अस्पताल में काम कर रहा है|
कहानी आगे बढ़ती है, मंजू ,महिपाल को इलाहाबाद में ही होमस्टे शुरू करने की सलाह देती है| उधर बनारस में महिपाल के पीछे एक बिल्डर पड़ा हुआ है, तो वहीँ शिशुपाल की नौकरी चली गई है और अंजू की सलाह पर शिशुपाल वकील दिलीप से मिलकर अपने पिता की जमीन गंगाराम के पास ना जाने पाए, इसके लिए सलाह लेता है|
मंदाकिनी अमेरिका वापस जाने का निर्णय लेती है, उसके बाद मुन्ना, गंगाराम, मंदाकिनी और कांशीराम मिलकर एक नाटक रचते हैं तब जा कर सभी को समझ में आता है कि ज़मीन जायदाद से भी बढ़कर पारिवारिक सदस्यों के बीच आपसी प्यार है| पूरी वेब सीरीज़ में हर दृश्य आपका मनोरंजन करने वाला है जिसे आप पूरे परिवार के साथ मिलकर देख सकते हैं|
'बधाई हो' और 'शुभ मंगल ज़्यादा सावधान' के बाद अभिनेता गजराज राव यहाँ भी एंटरटेन करते थे और अपना अभिनय उन्होंने बखूबी निभाया है| यशपाल शर्मा और रणवीर शौरी जैसे अनुभवी कलाकारों ने अपने किरदार से वेब सीरिज़ में जान फूंकी है| इन दोनों का ही अभिनय ज़बरदस्त है जो आपको खूब लोट-पोट करता है | कहानी का लेखन कार्य शानदार होने की वजह से दोनों की प्रतिभा उभर कर सामने आई है|
शिशुपाल की पत्नी अंजू की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री सादिया सिद्दीकी ने भी जबरदस्त भूमिका निभाई है| अगर बात करें कांशीराम के घरेलू नौकर बबलू के किरदार में कुमार वरुण की तो उनके पास करने को काफी कुछ था, पर वह ओवर एक्टिंग ही करते रह गए| पूरी वेब सीरीज़ की एक कमज़ोरी यह है कि गंगाराम का किरदार निभाने वाले अभिनेता विजय राज़ ही कहानी को अपने कंधे पर ले जाते नज़र आते हैं, उनका अभिनय आपको काफी आकर्षित करेगा|
निर्देशक सागर बेल्लारी और लेखक गगनजीत सिंह और शांतनु अमान ने चरित्रों के निर्माण के दौरान इस बात पर अच्छा ध्यान दिया है कि हर चरित्र मज़ेदार नज़र आना चाहिये|'भेजा फ्राय'फेम निर्देषक सागर बलैरी के निर्देषन की तारीफ करनी पड़ेगी, उनके निर्देषन की खूबी के चलते कहानी एपीसोड दर एपीसोड सहजता से आगे बढ़ती रहती है| मंदाकिनी और मुन्ना के बीच का रोमांस आपको काफी पसंद आएगा, सबसे ज़बरदस्त बात यही है कि पिता अपने दोनो बेटों व बेटी को वापस प्रयागराज क्यों बुलाता है, इसका रहस्य अंत तक दर्शकों को अपने साथ जोड़े रखता है|