निर्देशक: दिबाकर बनर्जी
रेटिंग: **
हाल ही में अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा स्टार 'संदीप और पिंकी फरार' को बड़े पर्दे पर लोगों के सामने प्रस्तुत कर दिया गया है| दिबाकर बनर्जी द्वारा निर्देशित इस प्रोजेक्ट के रिलीज़ होने का हिंदी सिनेमा प्रेमी काफी समय से इंतजार कर रहे थे| इस ब्लैक कॉमेडी फिल्म में अर्जुन और परिणीति पहली बार कुछ अलग करते नज़र आने वाले हैं, इस फिल्म को 2020 में रिलीज़ किया जाना था परन्तु कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से इसके प्रदर्शन को पोस्टपोन कर दिया गया था| अगर आप इस बेहतरीन कंटेंट को देखने के बारे में सोच रहे हैं तो उससे पहले इसके बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर लें|
फिल्म की कहानी संदीप वालिया (परिणीति चोपड़ा) के इर्द-गिर्द घुमती नज़र आती है, वह पेशे से एक शानदार बैंकर है| उनको ऑफिस में सभी सैंडी कह कर बुलाते हैं, वहीं पिंकेश उर्फ पिंकी (अर्जुन कपूर) हरियाणा पुलिस के ऑफिरस थे, परन्तु उनको किसी कारण वश सस्पेंड कर दिया गया है| एक बार संदीप अपने बॉस के साथ बैंक करप्शन केस में काफी बुरी तरह से फस जाती है इसमें से निकलने के लिए वह अनेक तिकड़म लगाती नज़र आती है|
इस मुश्किल घड़ी से निकलने में पिंकी उसकी मदद के लिए आगे आता है, संदीप का बॉस कुछ आदमी भेज कर उसके उपर हमला करवा देता है, लेकिन अंत में पिंकी उसको बचाने में सफल हो जाता है| फिल्म का फर्स्ट हाफ़ आपका काफी मनोरंजन करेगा, समय बीतते-बीतते सभी के मन में एक ही विचार आता है कि पिंकी, संदीप की मदद किस वजह से करता है, क्या यह दोनों अंत में एक हो जाएँगे, इस बात को जानने के लिए आपको यह फिल्म थिएटर में जाकर देखनी पड़ेगी|
यशराज फिल्म्स जैसे बैनर ने निर्देशक दिबाकर बनर्जी की प्रतिभा पर भरोसा किया लेकिन वह खुद पर भरोसा करने में कामयाब नही हो पाए। 'संदीप और पिंकी फरार' को देखने के बाद आपको लगेगा कि शायद निर्देशक का 'ओए लकी लकी ओए' और 'लव सेक्स और धोखा' की सफलता का नशा अभी तक नही उतरा था, उनका निर्देशन कार्य वाकई में सभी को हैरान कर रहा है|
एक्टिंग की बात करें तो परिणीति चोपड़ा ने एक बार फिर से अच्छी एक्टिंग करने की कोशिश की है, अभिनेत्री अपने अभिनय के द्वारा हर सीन में आपको निराश करती दिखेगी| एक डरी हुए लड़की के रूप में उन्होंने खुद को साबित करने का प्रयत्न किया परन्तु वह सफल नही हो पाई| अर्जुन की बात करें तो, जितनी फैन्स उनसे उम्मीद कर रहे थे, वह उन पर खरा नही उतर पाए हैं|
कुछ सीन की बात करें तो अभिनेता जरुर परिणीति पर भारी पड़ते नज़र आए हैं| इन दोनों के अलावा रघुबीर यादव और नीना गुप्ता ने अपने दिग्गज होने का प्रमाण अपनी शानदार एक्टिंग के द्वारा दिया है| जयदीप अहलावत की बात करें तो वह अपने किरदार में घुसे हुए दिखाई दिए हैं उनका अभिनय वाकई में सराहनीय रहा है|
फिल्म का फर्स्ट हाफ संस्पेंस से भरा हुआ है और आपका भरपूर मनोरंजन करेगा, परन्तु क्लाइमेक्स तक पहुंचने से पहले ही सब कुछ जैसे खत्म हो जाता है| फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक आपको काफी पसंद आएगा और वह कई दिनों तक आपके मन में चलता रहेगा|
अंत में यही कहा जा सकता है कि फिल्म का मजेदार सस्पेंस, बेहतरीन कहानी और कुछ कलाकार की शानदार एक्टिंग आपको सीटी बजाने के लिए मजबूर कर सकती है| अगर आपने कई दिनों से कोई सस्पेंस से भरा कंटेंट नही देखा है तो इससे जरुर देख सकते हैं, लेकिन अगर आप अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा की शानदार एक्टिंग देखना चाहते हैं तो यह आपको थोड़ा निराश कर सकती है|