'हसीन दिलरुबा' रिव्यू: प्यार के लिए पागलपन की सारी हदें पार कर जाती है हसीन दिलरुबा!

Saturday, July 03, 2021 08:52 IST
By Santa Banta News Network
कलाकार: तापसी पन्नू, विक्रांत मैसी, हर्षवर्धन राणे, आदित्य श्रीवास्तव

निर्देशक: विनिल मैथ्यू

प्लेटफार्म: नेटफ्लिक्स

रेटिंग: ***

हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई तापसी पन्नू, विक्रांत मैसी और हर्षवर्धन राणे स्टारर फिल्म 'हसीन दिलरुबा' पागलपन की हद से ना गुजरे तो प्यार कैसा, होश में तो रिश्ते निभाए जाते हैं, इस एक डायलॉग के पर टिकी हुई है| कैसे अपने पति की हत्या के आरोप में पुलिस द्वारा दोषी ठहराई जा चुकी रानी (तापसी पन्नू) अपने आप को बेगुनाह साबित करती हैं, ये देखना वाकई में दिलचस्प होने वाला है| अगर आप युवा लेखक कनिका ढिल्लों की इस कहानी को देखने की सोच रहे हैं तो उससे पहले इसके बारे में बारीकी से जानकारी प्राप्त कर लें|

इस फिल्म की कहानी रानी कश्यप (तापसी पन्नू) के इर्द-गिर्द घुमती नज़र आती है, जिसको साहित्य से बहुत ज्यादा प्यार है और वह लोकप्रिय उपन्यासकार दिनेश पंडित की किताबों को पढ़ना पसंद करती हैं| पिछले 2 साल से एक लड़की को भुलाने की कोशिश कर रहे ज्वालापुर के इंजीनियर ऋषभ सक्सेना उर्फ रिशु (विक्रांत मैसी) की अरेंज मैरिज दिल्ली की खूबसूरत और हॉट लड़की रानी से हो जाती है।



अपनी शादी की दूसरी रात ही रानी पति से लड़ते हुए कहती हैं कि मैं आउटगोइंग हूं, माडर्न हूं लेकिन फिर भी लोनली हूँ, पकोड़े तलने नहीं आई हूँ यहाँ.."। रानी को जैसा पति अपने लिए चाहिये था, उसकी कोई भी खूबी रिशु में नही दिखी| परन्तु फिर भी दोनों अपने इस प्यारे से रिश्ते को मजबूती देते नज़र आते हैं| दोनों के बीच आपसी सम्बन्ध न बनने के कारण रानी को अपने रिश्ते में प्यार की कमी महसूस होने लग जाती है|



एक दिन रिशु के घर उसकी मौसी का लड़का नील त्रिपाठी (हर्षवर्धन राणे) आ जाता है और यहीं से फिल्म की कहानी प्यार का तीसरा कोण पकड़ लेती है| रिशु की पत्नी रानी को अपना लाइफ पार्टनर जैसा चाहिये था वो सारी खूबियाँ उसको नील में दिखने लग जाती है। इसके बाद ये दोनों शारीरिक सम्बन्ध बनाते हैं, परन्तु कुछ गलतफेमियों के दूर हो जाने से वह रिशु को बहुत ज्यादा पसंद करने लग जाती है। पति पत्नी की जिंदगी में धीरे-धीरे सब कुछ सही होने लग जाता है फिर एक दिन अचानक से धमाका होता है।



इस मामले की जाँच कर रही पुलिस को पता चलता है कि रिशु इस धमाके में मर चूका है और वह पुलिस उनकी पत्नी को ही शक के दायरे में लाकर खड़ा कर देती है। इसी पूछताछ के समय हत्या केस की जाँच कर रहे इंस्पेक्टर किशोर रावत (आदित्य श्रीवास्तव) से रानी बोलती है कि, "हर कहानी के बहुत पहलू होते हैं, फर्क बस ये होता है कि कहानी सुना कौन रहा है"।



क्लाईमैक्स तक आते-आते फिल्म के प्रति आपकी उत्सुकता बढ़नी शुरू हो जाएगी| अपने प्यार को बचाने की जिद पकड़ चुकी रानी की जिंदगी में आगे कौन सा नया मोड़ आता है, इस बात को जानने के लिए आपको विनिल मैथ्यू द्वारा निर्देशित यह कहानी देखनी होगी।

निर्देशक विनिल मैथ्यू ने मर्डर-मिस्ट्री को रोमांचक बनने के लिए फिल्म का प्लॉट जो सोचा था, वह उसमें खरे उतरे हैं| शुरुआत से लेकर अंत तक ऐसा कोई दृश्य नही होगा जिसे आप मिस करना चाहेंगें| इसमें आया हर एक ट्विस्ट आपको पसंद आएगा| इसकी कहानी क्लाईमैक्स तक अपने साथ बांध के रखने में कामयाब हो जाती है|

फिल्म का सबसे मजबूत पक्ष एक्टिंग का रहा है, तापसी पन्नू ने रानी की भूमिका और विक्रांत मैसी ने रिशु का किरदार बखूबी निभाया है। इन दोनों की एक्टिंग में आपको प्यार, गुस्सा, रोमांस और धोखा सब कुछ देखने को मिलेगा| विक्रांत अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का काफी ध्यान आकर्षित करते नज़र आए हैं। दूसरी और हर्षवर्धन राणे अपने नील त्रिपाठी के किरदार के अंदर एकदम सटीक और सरल नज़र आए हैं| आदित्य श्रीवास्तव जिन्होंने इंस्पेकटर किशोर की भूमिका निभाई है वह भी अपने अभिनय कौशल का लोहा मनवाते दिखे हैं|

संगीत की बात करें तो वह अमित त्रिवेदी ने दिया है और लिखा वरुण ग्रोवर, क्षितिज पटवर्धन ने मिलकर है, जो आपको थोड़ा निराश कर सकता है|

इस कहानी की लेखक कनिका ढिल्लों की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है, उन्होंने अपने कम के द्वारा सभी का दिल जीत लिया है| दिनेश पंडित की किताब में लिखी पंक्तियां को जिस हिसाब से उन्होंने कहानी में इस्तेमाल किया है वह काबिलेतारीफ है|

कहानी का सबसे कमजोर पक्ष श्वेता वेंटक मैथ्यू की एडिटिंग रही है| उनके काम से सभी को बहुत उम्मीदें थी, परन्तु वह उनके उपर खरा नही उतर पाई| जया कृष्णा की सिनेमेटोग्राफी ने फिल्म में जान झोंक दी है, उन्होंने ऋषिकेश के बैकराउंड को जिस तरीके से लोगों के सामने पेश किया है इसके लिए वह तारीफ के पात्र हैं|

अंत में यही कहा जा सकता है कि हिंदी सिनेमा में आपको मर्डर मिस्ट्री से सम्बन्धित अनेक कंटेंट मिल जाएंगें| परन्तु तापसी पन्नू और विक्रांत मैसी की 'हसीन दिलरुबा' का प्लॉट इन सभी से अलग है| कलाकारों की दमदार एक्टिंग और शुरू से लेकर अंत तक के ट्विस्ट आपका भरपूर मनोरंजन करेंगें, इसलिए आप इस फिल्म को जरुर देख सकते हैं|
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