ईडी ने हाल ही में पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि (पीएमएलए) धन शोधन निरोधक अधिनियम के अनुसार चार लोगों की संपत्ति को कब्जे में लेने के आदेश पर यह कारवाई की गई है| केंद्रीय जांच एजेंसी ने आगे कहा, इसमें संजय खान की तीन करोड़, डीनो मोरिया की 1.4 करोड़, डीजे अकील की 1.98 करोड़ और अहमद सिद्दिकी की 2.41 करोड़ रुपये की संमपत्ति जब्त की गई है|
खबरों की मानें तो स्टर्लिंग बायोटेक समूह के भगोड़े प्रवर्तक चेतन संदेसरा और नितिन ने जो पैसा अपराध करके इक्कठा किया था उसको इन सभी लोगों में बाँट दिया था| यह पूरा मामला 14500 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी से सम्बन्धित, जिसका प्लान स्टर्लिंग बायोटेक के मुख्य प्रवर्तकों और निदेशकों ने मिलकर तैयार किया था| इतनी बड़ी धोखाधड़ी का यह मामला आगे कौन सा नया मोड़ लेता है ये तो समय ही बताएगा|