स्टार प्लस का शो माटी से बंधी डोर महाराष्ट्र के कोल्हापुर की बैकड्रॉप में सेट कहानी है। यह वैजू की कहानी है, जो खेतों में काम करके अपने परिवार का साथ देती है। लेकिन उसकी किस्मत में कुछ और ही है। वैजू परिवार से जुड़ी, मेहनती और सपनों की बुनियाद पर खड़ी है। उसका लक्ष्य है अपनी जीवनशैली को सुधारकर गांव की उन्नति में योगदान देना।
स्टार प्लस का शो माटी से बंधी डोर वैजयंती की इमोशन से भरी उलझन वाली कहानी है, जो दिखाती है की कैसे अपने परिवार की मदद करने के लिए वो अपनी जिंदगी में संघर्ष करती है। रणविजय से मिलने के बाद उसकी जिंदगी में होने वाले बदलाव को भी देखने मिलने वाला है। शो में रिश्तों की गहराई और संस्कृति के विशेष पहलुओं को भी दिखाया जाएगा। व्यूअर्स को वैजयंती और रणविजय की शादी भी देखने मिलेगी, जो अजीब सी परिस्थिति में होती है। अब, शो में देखना दिलचस्प होगा की कैसे वैजयंती बिना प्यार की शादी में ढूंढती है, साथ ही अपनी जीवनशैली को ठीक करने और अपने गांव को बेहतर बनाने के अपने सपनों को जिंदा रखती है।
ऋतुराज बागवे ने शो में वैजू का किरदार निभाया है। वैजू एक मजबूत और स्वतंत्र महिला है जो निडरता दिखाती है। वह उन महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपने सपनों को हासिल करना चाहती हैं, ठीक उसी तरह जैसे कि दिग्गज अभिनेत्री स्मिता पाटिल। वैजू और स्मिता पाटिल में एक और महत्वपूर्ण विशेषता है: वे दोनों महाराष्ट्रीयन हैं जो अपनी भूमिकाओं के माध्यम से शक्ति और गौरव का प्रतिनिधित्व करती हैं। स्मिता पाटिल ने बाज़ार, मिर्च मसाला, अर्थ और अन्य जैसी उल्लेखनीय फ़िल्मों में अभिनय किया, जबकि ऋतुराज बागवे ने नंदा सौख्य भरे और चंद्र आहे साक्षी में अपनी भूमिकाओं के लिए प्रसिद्धि पाई। स्मिता पाटिल और वैजू के बीच समानताएँ चौंकाने वाली हैं। दर्शकों के लिए, यह एक विज़ुअल ट्रीट होगी क्योंकि वैजू स्मिता पाटिल की यादें ताज़ा करती हैं और हमें उस युग में वापस ले जाती हैं।
स्टार प्लस के शो माटी से बांधी डोर की ऋतुराज बागवे उर्फ वैजू ने बात करते हुए कहा, "शो माटी से बंधी डोर में मैं वैजू का किरदार निभा रही हूँ, जो दृढ़ निश्चयी, स्वतंत्र और निडर है। वैजू के किरदार के लिए मैंने दिग्गज अभिनेत्री स्मिता पाटिल से प्रेरणा ली है। अपरंपरागत लुक होने के बावजूद, स्मिता पाटिल ने सादगी और शान के साथ इसे निभाया, और यह कुछ ऐसा है जो मैंने अपने किरदार वैजू के लिए स्मिता पाटिल से सीखा है। स्मिता पाटिल हमेशा से ही शालीनता, निडरता, सहजता और संतुलन की प्रतीक रही हैं। वह मेरे लिए एक बड़ी प्रेरणा रही हैं। अपने किरदार वैजू के ज़रिए मैं दर्शकों को स्मिता पाटिल की एक झलक दिखाना चाहती हूँ और वैजू को दूसरों के लिए भी प्रेरणा बनाना चाहती हूँ।"
'माटी से बंधी डोर' स्टार प्लस पर सोमवार से रविवार शाम 7.30 बजे प्रसारित होता है।