अनुपमा का नया प्रोमो कहानी में एक बड़ा मोड़ लेकर आया है। ये सिर्फ जगह का नहीं, जज़्बातों का भी बदलाव है। अब अनुपमा मुंबई में है, एक ऐसा शहर जो कभी सोता नहीं, जहां हर तरफ शोर है, लेकिन उसकी ज़िंदगी अब खामोशी में बह रही है। लोकल ट्रेन में अकेले सफर करती अनुपमा, अब किसी रिश्ते या टकराव से जुड़ी नहीं दिखती। जैसे उसने न सिर्फ शहर बदला है, बल्कि दिल से भी पीछे मुड़कर देखने से मना कर दिया है।
लेकिन इस भागती-दौड़ती भीड़ और खामोशी के बीच, एक पल ऐसा आता है जो अनुपमा के दिल को छू जाता है। लोकल स्टेशन पर वो एक डांस टीचर को छोटी बच्चियों को डांस सिखाते देखती है। ये मामूली सा नज़ारा उसे अतीत में ले जाता है, जब वो खुद अपनी बेटी को डांस सिखाया करती थी। उसकी आंखों में आंसू आ जाते हैं, जो दर्द और उम्मीद के बीच कहीं अटके हुए हैं। इस एक झलक में एक उम्मीद दिखती है कि शायद, अपने इसी जुनून के सहारे अनुपमा धीरे-धीरे खुद को फिर से जोड़ पाएगी, और जो कुछ टूटा था, उसे फिर से संवार सकेगी।
ये प्रोमो ज़िंदगी के उस मोड़ की याद दिलाता है जहां एक पुरानी दुनिया पीछे छूट चुकी है और एक अनजानी राह सामने खड़ी है। ये एक हौसले भरी नई शुरुआत है, जहां अकेलापन है, लेकिन ताक़त भी है… और एक चुप्पी है, जिसमें जज़्बा छुपा है। अब सवाल ये है, क्या इस नए शहर में अनुपमा खुद को फिर से तलाश पाएगी? क्या उसका सफर उसे फिर से उसकी पहचान तक ले जाएगा? देखिए अनुपमा की नई कहानी, 4 जून से, रात 10 बजे सिर्फ स्टार प्लस पर।