बोनी कपूर बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्माता हैं, लेकिन अर्जुन ने बॉलीवुड में अपने फिल्म करियर की शुरुआत यशराज फिल्म्स की 'इशकजादे' से की और उनकी अगली फिल्म के निर्माता भी यशराज बैनर ही हैं।
बोनी कपूर और उनकी पहली पत्नी मोना सूरी के 27 वर्षीय बेटे अर्जुन ने कहा, "मैं अपने पिता की ताकत और उनकी पूंजी बनना चाहता हूं। मैं उनकी कमजोरी या मजबूरी नहीं बनना चाहता कि उन्हें मेरे लिए फिल्में बनानी पड़ें।"
उन्होंने कहा, "मैं चाहूंगा कि मेरे पिता अपनी पसंद की फिल्में बनाएं और मैं उनमें काम करूं। वह दक्षिण भारतीय फिल्मों की हिंदी रीमेक बनाने वाले नामचीन निर्माता हैं।"
अर्जुन अपने पिता की आने वाली रीमेक फिल्म में काम करेंगे। बोनी कपूर तेलुगू भाषा की सफलतम फिल्म 'पोकिरी' की हिंदी रीमेक 'वांटेड' बना चुके हैं।
रीमेक फिल्मों की संस्कृति के बारे में अपने विचार प्रकट करते हुए अर्जुन ने कहा, "मेरे पिता ने पिछले सालों में रीमेक फिल्में बनाकर रुपये कमाए हैं। जब तक आपके पास फिल्म बनाने के लिए कोई मूल कहानी नहीं है, मैं फिल्मों का रीमेक बनाने में कोई बुराई नहीं समझता हूं। यदि आपको लगता है कि किसी फिल्म की कहानी को ज्यादा बड़े परिप्रेक्ष्य में दोबारा बनाया जा सकता है तो आप उसमें अपने विचार और दृष्टिकोण जोड़कर रीमेक फिल्म बना सकते हैं।"
फिल्मी पृष्ठभूमि से होने के बावजूद अर्जुन ने फिल्म जगत में अपनी मेहनत और प्रतिभा के बलबूते काम हासिल किया। उनके दादा सुरिन्दर कपूर फिल्म निर्माता थे। चाचा अनिल कपूर और संजय कपूर अभिनेता हैं।
अर्जुन ने कहा, "यह मेरी अपनी यात्रा है। मुझे लगता है यह बहुत गलत है कि कोई मेरी जिंदगी को सिर्फ इसलिए आसान समझ ले क्योंकि मैं एक फिल्मी परिवार से सम्बन्ध रखता हूं। हर किसी के जीवन में चुनौतियां होती हैं और मेरे जीवन में भी हैं।"