सोनाली ने एक सामूकि साक्षात्कार में कहा, "मेरी मां ने अपने बच्चों के साथ बहुत अच्छा काम किया।"
उन्होंने कहा, "उन्होंने रोजमर्रा के संघर्ष और बेहद सीमित आय के बावजूद तीनों बेटियों को अच्छी परवरिश दी और वह बहुत ज्यादा शिक्षित नहीं थीं फिर भी उन्होंने बेटियों को अपने सपने पूरे करने के लिए पंख दिए। वह मेरी हीरो हैं।"
सोनाली ने कहा कि देश की ज्यादातर महिलाएं ऐसा कर रही हैं।
एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली सोनाली ने विज्ञापन की दुनिया से फिल्मी दुनिया में प्रवेश किया था। बाद में 'सरफरोश', 'जख्म' और 'डुप्लीकेट' जैसी फिल्मों में उनके अभिनय को काफी सराहा गया।
बॉलीवुड में सफलता की सीढ़ियां चढ़ने के बाद सोनाली ने फिल्मकार गोल्डी बहल से विवाह कर लिया था। वह साढ़े सात साल के एक बेटे की मां हैं। वह परिवार और काम के बीच संतुलन बिठाने वाली महिलाओं का बहुत सम्मान करती हैं।
उन्होंने कहा, "मेरे पास काम करूं या न करूं इसे चुनने की सुविधा है। सभी महिलाओं के पास यह सुविधा नहीं है और मुझे नहीं पता कि वह सब कुछ कैसे करती हैं। यदि मुझे सब कुछ खुद करना हो, तो मैं नहीं कर सकूंगी।"
सोनाली ने कहा, "मैं उन महिलाओं का बहुत सम्मान करती हूं जो अपने बच्चों को छोड़कर काम पर जाती हैं क्योंकि उन्हें जाना पड़ता है। उनके पास चुनने का विकल्प नहीं होता। मैं ऐसा नहीं कर सकती थी।"
वह चाहती हैं कि कामकाजी महिलाओं को मां बनने के वक्त लंबी मैटरनिटी लीव दी जाए।