किरण ने आईएएनएस से कहा, "मुझे नहीं लगता कि मैं कभी भी आमिर को टक्कर दे पाऊंगी। विविध प्रकार की फिल्मों में प्रतिस्पर्धा की जरूरत नहीं है।"
आमिर बॉलीवुड के चुनिंदा बड़े व्यवसायिक सितारों में से एक हैं। उन्होंने 'तारे जमीन पर', 'गजनी' और '3 इडियट्स' जैसी सफलतम फिल्में दी हैं। उनकी 2010 में प्रदर्शित हुई गैर व्यवसायिक फिल्म 'पीपली लाइव' भी काफी सफल रही थी।
वैसे किरण के लिए बॉक्सऑफिस की सफलता मायने नहीं रखती लेकिन उनका मानना है कि यदि कुछ फिल्में 100 करोड़ रुपये का व्यवसाय करें तो यह हमारे जैसी छोटी फिल्में बनाने वालों के लिए अच्छा है क्योंकि इससे फिल्मोद्योग मजबूत होता है और अधिक पैसा आता है।
किरण नहीं महसूस करतीं कि उनकी फिल्मों व आमिर की फिल्मों में कोई आवश्यक प्रतिस्पर्धा है।
उन्होंने कहा, "मैं केवल इतनी उम्मीद करता हूं कि हर कोई विविध प्रकार की फिल्में बनाना जारी रखे।"
वह हिंदी फिल्मोद्योग में हो रहे बदलाव को लेकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि अब लोग सिर्फ इसलिए कोई फिल्म देखने नहीं जाते कि उसमें बड़े सितारे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि आज से 15-20 साल पहले सितारों को लेकर जो जुनून था, वह अब भी बरकरार है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह निकट भविष्य में किसी व्यवसायिक फिल्म में आमिर, शाहरुख खान, सलमान खान या सैफ अली खान जैसे सितारों को लेंगी। इस पर उन्होंने कहा, "मैं ऐसा नहीं करूंगी, क्योंकि मैं वैसा सिनेमा बनाती हूं जो मुझे उत्तेजित करे। मैं कई बड़ी फिल्में देखती भी नहीं हूं। मैं हर सप्ताहांत में सिनेमा नहीं जाती। मैं चुनिंदा फिल्में देखती हूं और अपनी तरह का सिनेमा बनाना चाहती हूं। मैं सिनेमा को उसकी बॉक्सऑफिस सफलता से नहीं जांचती।"
इन दिनों किरण आनंद गांधी की 'शिप ऑफ थीसस' के प्रचार में व्यस्त हैं। वह यह फिल्म प्रस्तुत कर रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में इस फिल्म को काफी सराहा गया है। फिल्म 19 जुलाई को प्रदर्शित होगी।