आडवाणी ने कहा, "मैं इस बात से पूरी तरह इनकार करता हूं कि ऋषि जी दाउद के किरदार में है। उन्होंने एक निवार्सित डॉन इकबाल की भूमिका निभाई है। अब अगर दाउद और इकबाल में संयोग से कुछ समानताएं हैं तो कुछ नहीं किया जा सकता। हर फिल्म समाज की वास्तविकता से थोड़ी बहुत प्रेरित होती है, इसका मतलब यह नहीं है कि हम किसी एक इंसान पर फिल्म बनाते हैं।"
हाल ही में एक दैनिक अखबार ने ऋषि कपूर से लिए गए साक्षात्कार के हवाले से दावा किया था कि फिल्म में उनका किरदार दाउद इब्राहिम से प्रेरित है। साक्षात्कार की घटना ने फिल्म की टीम को सकते में डाल दिया, क्योंकि फिल्म निमार्ण के अंतिम चरण में है और निर्माता फिल्म के लिए किसी तरह की मुश्किलें मोल लेने की स्थिति में नहीं हैं।
सुनने में आया है कि ऋषि कपूर सहित फिल्म के अन्य कलाकारों अर्जुन रामपाल और इरफान को कुछ संवादों की दोबारा डबिंग के लिए बुलाया गया था।
आडवाणी ने कहा, "पता नहीं क्यों फिल्म के एक चरित्र के किसी ऐसे इंसान से मेल खाने पर इतनी बातें बनाई जा रही हैं, जिसे सब जानते हैं। मुझसे कहा जा रहा है कि 'कल हो न हो', 'सलाम-ए-इश्क' और 'पटियाला हाउस' जैसी भावनात्मक फिल्में बनाने वाला निर्देशक मार-धाड़ वाली फिल्म कैसे बना सकता है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन 'डी डे' मार-धाड़ वाली फिल्म से कहीं ज्यादा है। यह कराची के एक वांछित डॉन के जुर्म की दुनिया छोड़ने की कहानी है। फिल्म में मार-धाड़ के अलावा भावनात्मक पुट भी है।"