यह बताते हुए वह फूट पड़ीं कि गत गुरुवार का दिन उनके लिए काफी मुश्किल भरा रहा। हवाईअड्डे पर अधिकारियों ने उन्हें साढ़े पांच घंटे बेवजह बिठाए रखा और यहां तक कि देश छोड़ने के लिए कह दिया।
रितुपर्णा ने बताया कि हमेशा व्हीलचेयर के सहारे चलने वाली अपनी एक चाची के साथ वह गुरुवार की शाम टोरंटो हवाईअड्डे पर पहुंचीं।
उन्होंने कहा, "आव्रजन अधिकारी मुझसे तरह-तरह के सवाल पूछने लगे। वे जानना चाहते थे कि मैं टोरंटो क्यों आई थी और यह कि किन कंपनियों से मुझे पैसे मिलते हैं।"
अभिनेत्री ने कहा, "मैंने उनसे कहा कि मैं बंग सम्मेलन के फिल्म उत्सव में भाग लेने आई थी, जिसकी शुरुआत 'मुक्ति' फिल्म से हुई, जिसमें मैंने अभिनय किया है। लेकिन वे मेरे जवाब से संतुष्ट नहीं हुए।"
इसके बाद रितुपर्णा को दूसरे कमरे में ले जाया गया और कहा गया कि वह कनाडा नहीं जा सकतीं क्योंकि उनके वीजा की वैधता अवधि खत्म हो चुकी है।
रितुपर्णा ने कहा, "मैंने कहा कि मेरा वीजा 2015 तक वैध है, लेकिन वे नहीं माने। उनका कहना था कि वीजा जैसे कागजात सिर्फ हवाईयात्रा के लिए हैं।"
उन्होंने टोरंटो से बांग्ला समाचार चैनल एबीपी आनंदा को फोन पर बताया, "मैं अपने पति (संजय चक्रवर्ती) से फोन पर बात करने लगी तो उन्होंने मेरा मोबाइल जब्त कर लिया।"
अभिनेत्री ने बताया कि जब वह रोने लगीं तब एक आव्रजन अधिकारी ने पहले तो धमकी दी कि मानसिक रोगी मानकर उन्हें पागलखाना भेज दिया जाएगा, मगर कुछ देर बाद कहा कि चूंकि वह सभी सवालों के जवाब अच्छी तरह दे चुकी हैं, इसलिए वह हवाईअड्डे से निकल सकती हैं।