लगता हैं निखिल आडवाणी की फिल्म 'डी-डे' से सेंसर बोर्ड की भौं कुछ ज्यादा ही तन गई। अगर अफ़वाहों पर गौर किया जाए तो डी-डे को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुँचने के लिए, सेंसर बोर्ड ने फिल्म के प्रीव्यू का तीन बार पूर्वावलोकन करने के बाद निर्देशक के हाथ में यू/ए प्रमाण पत्र थमा दिया।
आंतरिक सूत्रों का कहना हैं, "पहले फिल्म को 'ए' प्रमाण पत्र. दिया गया था। लेकिन एक पारिवारिक दर्शकों की कसौटी पर परखने के बाद फिल्म से 'ए' प्रमाण पत्र को वापिस लेकर यू/ए प्रमाण पत्र दे दिया। फिल्म की प्रारंभिक समीक्षा के बाद फिल्म के कुछ सीन पर लगाए गये कट के बाद फिल्म को दोबारा समिति के पास आगे भेज गया तब जाकर इसे 'ए' प्रमाण पत्र दिया गया।"
हालाँकि अब जब फिल्म के रिलीज़ होने में सिर्फ एक हफ्ता ही बचा हैं फिल्म को दोबारा से समिति के पास शनिवार को रिव्यू के लिए भेज गया। इस बार फिल्म साफ़ तौर पर यू/ए प्रमाण के साथ बाहर आई।
फिल्म के निर्माता मोनीश आडवाणी आवेग में आकर किसी भी प्रकार के 'फ़ाउल प्ले' के लिए मन करते हुए कहते हैं, "हम अपनी फिल्म को 'यू / ए' प्रमाण पत्र से सुरक्षित रखने के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन किया है। हम इस प्रमाण पत्र को सुरक्षित करने के लिए फिल्म के कुछ सीन में कटौती करने के लिए कहा गया था। जिसका हमने ख़ुशी के साथ पालन किया है।"

Thursday, July 11, 2013 18:46 IST