यह फिल्म हुसैन जैदी की किताब 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' का रुपांतरण हैं, जिसे गैंगस्टर अर्चना शर्मा के जीवन पर लिखा गया हैं। यह एक ऐसी लड़की की कहानी हैं, जो मुंबई जैसे बड़े शहर में अपनी आँखों में एक एक्ट्रेस बनने का सपना लेकर आती हैं। लेकिन उसकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर होता हैं। वह एक एक्ट्रेस तो नहीं बन पाती लेकिन गैंग्स्टर ज़रुर बन जाती हैं।
शशि रंजन कहते हैं, "यह फिल्म अर्चना शर्मा के जीवन पर आधारित हैं। अर्चन शर्मा कुछ समय तक अभिनेत्री रहीं हैं और उन्होंने देवानंद की दो फिल्मों में काम भी किया था। यह फिल्म एक छोटे शहर से आने वाली ऐसी लड़की की कहानी है जो अभिनेत्री बनने के लिए मुंबई आती है और बाद में अपराधों में लिप्त होकर गैंगस्टर बन जाती है।"
शशि रंजन कहते हैं, ''हमें महिमा इस फिल्म के लिए पूरी तरह फिट लगी। हमने उसके लुक पर भी काम किया। उन्हें आठ से दस किलो वजन बढ़ाना पड़ा क्योंकि फिल्म में कई जगह उन्हें थोड़ा भारी दिखना है।''
हिंदी की कई फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभा चुके राहुल देव भी इस फिल्म का हिस्सा हैं। वह गैंगस्टर बबलू श्रीवास्तव की भूमिका में हैं। फिल्म में सुधांशु पांडे और गोविंद नामदेव भी हैं।
रंजन कहते हैं, "किसी की जीवनी पर फिल्म बनाना बेहद मुश्किल काम है और इस फिल्म के लिए वे कोई कसर नहीं छोड़ रहे।"
2014 में प्रदर्शित इस फिल्म की शूटिंग आधी ख़त्म हो चुकी हैं। जिसमें से 30 प्रतिशत शूटिंग मुंबई, दुबई और नेपाल में हुई है। अभी फिल्म का नाम तय नहीं किया गया हैं।