राकेश मेहरा अपनी फिल्म के लिए एक नये चेहरे की तलाश में थे। जिसके लिए उन्होंने हर्षवर्धन कपूर को चुन भी लिया था। लेकिन उनके लिए हर्षवर्धन को मानना बेहद टेढ़ी खीर हो गया था। क्योंकि हर्षवर्धन फिल्मों में काम करने के लिए किसी भी कीमत पर राज़ी ही नहीं थे।
अगर सूत्रों की माने तो इस फिल्म के लिए सोनम ने अपने भाई को बड़ी मुश्किल से मनाया।
एक सूत्र कहना हैं, "जब से हर्षवर्धन यूएस से 'प्रोडक्शन और राइटिंग' का डिप्लोमा कर के लौटे हैं, तभी से उन्हें लगातार फिल्मों के ऑफर आ रहे हैं। इस मामले में हर्ष कोई जल्द बाज़ी नहीं करना चाहते। साथ ही वह फिल्मों में एक अभिनेता के तौर पर नहीं बल्कि कैमरे के पीछे रह कर काम करना चाहते हैं।
आंतरिक सूत्रों का कहना हैं, "हर्ष जो इन दिनों अनुराग कश्यप के साथ उनकी आगामी फिल्म में उनके असिस्टेंट के तौर पर काम कर रहे हैं पहले इन्हें फिल्म लुटेरा के लिए भी विक्रम दित्य मोटवानी ने प्रस्ताव दिया था। लेकिन उन्होंने इस फिल्म के लिये भी मना कर दिया था।
कपूर खान दान के एक क़रीबी का कहना हैं, "जब से सोनम ने राकेश के साथ अपने तीसरे प्रोजेक्ट के लिए तैयारी की हैं। सोनम ने अपने भाई को मनाने की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर ले ली हैं थी। राकेश के सोनम के साथ बेहद अच्छे संबंध हैं। इस लिए इसमें राकेश ने अनिल कपूर या हर्षवर्धन से बात करने के बजाय सोनम से बात करना ही ठीक समझा।"