एक साक्षात्कार में दीपिका ने आईएएनएस से कहा, "मुझे लगता है कि उतार-चढ़ाव व्यक्ति के करियर का हिस्सा है, यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे किस तरह लेते हैं। या तो आप इसे नकारात्मकता से लेते हैं और नीचे जाते हैं और या तो इसे सकारात्मक रूप में लेकर इनसे सीखते हैं।"
पूर्व ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियन प्रकाश पादुकोण की बेटी दीपिका ने बताया, "हो सकता है कि मैं खेल पृष्ठभूमि से हूं इसलिए मैं आसानी से हार नहीं मानती। मैं एक योद्धा हूं।"
27 वर्षीया दीपिका पादुकोण की पिछली दो फिल्मों ने साबित कर दिया कि पर्दे पर आकर्षक दिखने के अलावा दीपिका बेहतर काम भी कर सकती हैं।
दीपिका ने कहा, "यह सुनना और अच्छा लगता है। मैंने सच में बहुत मेहनत की है। मुझे पता है कि मैंने खुद को कितना धकेला है और अपना बहुत सा व्यक्तिगत और पारिवारिक समय खोया है। अगर अंत में आपको अच्छा नतीजा मिलता है तो आपको बुरा नहीं लगता। अगर लोग कहते हैं कि यह मेरा साल है तो यह मेरी फिल्मों पर निर्भर है।"
'कार्तिक कॉलिंग कार्तिक', 'लफंगे परिंदे' और 'ब्रेक के बाद' फिल्मों की असफलता देख चुकीं दीपिका ने कहा, "मैं अपनी आने वाली फिल्मों में अपनी पूरी ताकत लगा दूंगी और उम्मीद करती हूं कि वे बेहतर हों। मैं चाहती हूं कि मेरी हर फिल्म पसंद की जाए और सफल हो और मेरा अनुभव बढ़े।"
दीपिका ने फराह खान की 'ओम शांति ओम' से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने इम्तियाज अली, आशुतोष गोवारिकर, प्रकाश झा, अयान मुखर्जी और अब 'चेन्नई एक्प्रेस' में रोहित शेट्टी के साथ काम किया है।
दीपिका ने कहा 'चेन्नई एक्सप्रेस' के निर्देशक रोहित शेट्टी का अपना अलग स्टाइल है। उनके फिल्मांकन और निर्देशन का तरीका अलग है।
दीपिका का मानना है कि किरदार के लिए तैयारी जरूरी है। उन्होंने कहा, "तैयारी निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन यह उस किरदार पर निर्भर है जो मैं निभा रही हूं।"