मनोज कहते हैं, "मुझे इंडस्ट्री से कोई शिकायत नहीं हैं। लेकिन वहीँ, मैं यह भी कहना चाहूँगा कि इंडस्ट्री ने मेरी कुल प्रतिभा का 20 प्रतिशत भी प्रयोग नहीं किया हैं। मैं समान विचार धारा वाले लोगों के साथ काम करना पसंद करता हूँ। और इस वक़्त मैं जो कुछ भी कर रहा हूँ मैं उसका आनंद ले रहा हूँ। मैं बहुत ही खुशियों वाली जगह पर हूँ।"
1994 में आई फिल्म 'द्रोहकाल' से, सिने जगत में कदम रखने वाले मनोज को पहचान मिली 1998 में आई फिल्म 'सत्या' से। इस फिल्म से उन्होंने व्यावसायिक सफलता का स्वाद चखा। इसके बाद उनकी हर आने वाली फिल्म से वह इंडस्ट्री के मंझे हुए कलाकारों की श्रेणी में शामिल होते चले गये। अब उनके अभिनय वाली जो फिल्म हैं वह हैं 'सत्याग्रह' जिसमें उनके किरदार के लिए प्रतिक्रिया आनी अभी बाकी हैं।
वहीं मनोज बाजपेयी के गैंग्स्टर किरदार वाली फिल्म जिसे राम गोपाल वर्मा लेकर आये थे अब 'सत्या-2' बनाने जा रहे हैं। इस फिल्म में भी मनोज अपना अभिनय देंगे।
वह कहते हैं, "मैं उनसे उनकी बेटी की शादी से पहले की पार्टी में मिला था लेकिन हमने उस वक़्त फिल्म के बारे में कोई बात नहीं की। वह 'सत्या-2' के साथ एक शानदार फिल्म बनाएँगे। मैं उनकी प्रतिभा पर आँख मूंद कर विश्वाश करता हूँ और आज मैं जो कुछ भी हूँ उन्ही की वजह से हूँ।
हालाँकि कुछ समय से 'आरजीवी फिल्म्स' ने बॉक्स ऑफिस पर कोई ख़ास करिशमा नहीं किया हैं लेकिन बावजूद इसके मनोज बाजपयी को उनकी काबलियत पर जरा भी शक नहीं हैं।
वह कहते हैं, "मुझे पता हैं कि वह एक कमजोर समय से गुजर रहे हैं, लेकिन ऐसा वक़्त हर किसी की जिन्दगी में आता हैं। वह ऐसे अकेले व्यक्ति नहीं हैं। वह एक बार फिर से वापिस उसी सफलता पर छलांग मारेंगे और आप लोगों को आश्चर्यचकित कर देंगे। उस वक़्त आपको अपने ये शब्द वापिस लेने पड़ेंगे।